भारत ने बुधवार की देर रात पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (Pok) में 9 आतंकी ठिकानों पर भीषण एयर स्ट्राइक की, जिसमें आतंकियों सहित 26 लोगों की मौत हो गई है और 46 लोग घायल हैं। हमले में वायुसेना ने कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया है। भारत की एयर स्ट्राइक की गूंज पूरी दुनिया में फैल चुकी है। भारत ने आतंकवाद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को 'ऑपरेशन सिंदूर' का नाम दिया गया है। यह भारत की तीनों सेनाओं का जॉइंट ऑपरेशन है।
भारत के हमलों में पाकिस्तान के बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का ठिकाना बम और मिसाइलों से उड़ा दिया गया है। इस तरह से भारत ने 22 अप्रैल को हुए पहलगाम में क्रूर आतंकी हमले का बदला लिया है। लेकिन इस जॉइंट ऑपरेशन में वायु सेना, नेवी और आर्मी के अलावा भारत की खुफिया एजेंसियां शामिल थीं।
आतंकियों के सभी ठिकानों की पहचान हुई थी
भारतीय खुफिया एजेंसी RAW ने आतंकियों के सभी ठिकानों और टारगेट की पहचान की थी, जिसके बाद सेना ने पूरी प्लानिंग के साथ लश्कर और जैश के ठिकानों पर हमला किया। आइए जानते हैं कि ऑपरेशन सिंदूर में तीनों सेनाओं के साथ में कौन-कौन शामिल थे।
हमले इस प्रकार किए गए
- भारत की खुफिया एजेंसियों ने सेना को आतंकवादियों के ठिकानों की सटीक जानकारी उपलब्ध कराई थी, जिससे वायुसेना को अपना टारगेट पूरा करने में मदद मिली।
- भारतीय सेना ने देश में आतंकवादी गतिविधियों को प्रायोजित करने में उनकी भूमिका के लिए जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर को चिह्नित किया था। सेना ने इसके लिए दोनों आतंकवादी संगठनों के शीर्ष नेतृत्व को निशाना बनाने के लिए उनके ठिकानों के बारे में पहले ही जानकारी ले ली थी।
- भारत की तीनों सेनाओं- भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना ने ज्वाइंट ऑपरेशन में अपने हथियारों और संसाधनों का एक साथ इस्तेमाल किया। इससे मजबूती औरक सटीकता से हमला करने में मदद मिली है।
- पाकिस्तान में आतंकी शिविरों को निशाना बनाने के लिए सेना ने स्पेशल और सटीक हथियारों का इस्तेमाल किया।
- भारतीय सेना ने जिन 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है, उनमें से चार पाकिस्तान में और पांच पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में हैं।
- हमला करने से पहले रणनीतिक तौर पर भारत ने दुनिया के देशों को बताया और हमला करने के बाद भी सभी देशों को बताया
आतंकियों को मारने के लिए 15 दिनों का इंतजार
भारत ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों को मारने के लिए 15 दिनों का इंतजार किया। इन 15 दिनों में भारत सरकार ने देश की सभी राजनीतिक पार्टियों को विश्वास में लिया। समूचे विपक्ष ने राष्ट्र की सुरक्षा के लिए सरकार का हर कदम पर साथ दिया। इसके अलावा सरकार ने तीनों सेनाओं और खुफिया एजेंसियों के साथ में बैठकें कीं।
भारत की रणनीतिक
भारत ने इन 15 दिनों में ही हमला करने से पहले अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, इजरायल, दुबई, संयुक्त अरब अमीरात आदि को 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की जानकारी दी। वहीं, 7 मई को पाकिस्तान के ऊपर एयर स्ट्राइक करने के बाद भारत ने फिर से इन देशों को आतंकी ठिकानों को धवस्त ककने की जानकारी दी है। यह प्रैक्टिस भारत द्वारा हमला करने की कड़ी का हिस्सा है।