ऑस्ट्रेलिया के सिडनी के बॉन्डी बीच पर यहूदी लोगों पर हमला करके 16 लोगों की जान लेने वाले आतंकवादी साजिद अकरम असल भारतीय है। असल में साजिद अकरम तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद का रहने वाला है। इस बीच तेलंगाना के डीजीपी ने कहा है कि साजिद अकरम 27 साल पहले ऑस्ट्रेलिया चला गया था, हैदराबाद में उसके परिवार से उसका कम संपर्क था।
तेलंगाना के डीजीपी ने भी साजिद के हैदराबाद से होने की खबर पर मुहर लगा दी है। डीजीपी ने कहा कि बॉन्डी बीच पर हमला करने वालों में से एक, साजिद अकरम, हैदराबाद का रहने वाला भारतीय मूल का था। उन्होंने बताया कि साजिद साल 1998 में ऑस्ट्रेलिया चला गया था और आज की तारीख में उसके पास भारतीय पासपोर्ट है।
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हमले का भारत से कोई लेना-देना नहीं- DGP
तेलंगाना पुलिस के शीर्ष अधिकारी ने यह साफ किया कि सिडनी में हुए भयानक हमले से मूल देश का कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि यह हमला सिर्फ इस्लामिक स्टेट के आतंक के ग्लोबल जाल को दिखाता है। डीजीपी ने एक प्रेस नोट में कहा, 'जिन वजहों से साजिद अकरम और उसके बेटे, नवीद का रेडिकलाइजेशन हुआ, उनका भारत या तेलंगाना में किसी लोकल असर से कोई कनेक्शन नहीं है।'
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इससे पहले बॉन्डी बीच पर यहूदी लोगों पर हमला करने वाले आतंकी को लेकर मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा था कि वह पाकिस्तानी मूल का है।
15 दिसंबर को हुई थी गोलीबारी
बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स राज्य के सिडनी स्थित बॉन्डी बीच पर 15 दिसंबर को गोलीबारी हुई थी। इसमे 16 लोगों की जान गई थी, जबकि कई लोग घायल हो गए थे। इस हमले में 50 साल के साजिद अकरम और उसके 24 साल के बेटे नवीन अकरम के शामिल होने की बात सामने आई थी।
हमलावरों ने 'हनुका' पर्व मनाने के लिए जुटे यहूदियों को निशाना बनाया। 'हनुका' का अर्थ समर्पण होता है। जश्न में शामिल लोगों पर अंधाधुंध फायरिंग की गई। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने इस घटना को 'यहूदी विरोधी आतंकवाद' करार दिया है।