भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने विवादों में आने के बाद पहलगाम हमले के बाद भारत द्वारा पाकिस्तान पर किए गए अटैक के बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कई बातें कहीं। उन्होंने कहा कि इस युद्ध की शुरुआत पहलगाम आतंकी हमले से हुई थी। जनरल चौहान ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि आतंकवाद युद्ध का एक तर्कसंगत तरीका है, क्योंकि आतंकवाद का कोई स्पष्ट तर्क नहीं होता। उन्होंने बताया कि हमारे पड़ोसी देश (पाकिस्तान) ने भारत को ‘हजार घावों से लहूलुहान’ करने की रणनीति बनाई थी।
जनरल चौहान ने 1965 में पाकिस्तान के तत्कालीन विदेश मंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो के उस बयान का भी जिक्र किया, जिसमें उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत के खिलाफ ‘हजारों सालों तक युद्ध’ करने की घोषणा की थी। जनरल चौहान ने बताया कि 10 मई को तड़के 1 बजे पाकिस्तान ने कोशिश की थी कि वह भारत को 48 घंटे में घुटनों पर ला दे। इसके लिए कई हमले किए गए, जिससे यह संघर्ष और बढ़ गया। लेकिन भारत ने इन हमलों का जवाब सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर दिया। पाकिस्तान को लगा था कि यह ऑपरेशन 48 घंटे तक चलेगा, लेकिन भारत ने इसे महज 8 घंटे में खत्म कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान ने फोन उठाकर बातचीत की इच्छा जताई।
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क्रिकेट मैच का दिया उदाहरण
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को हुए नुकसान के बारे में पूछे जाने पर जनरल चौहान ने कहा, ‘जब मुझसे हमारे नुकसान के बारे में पूछा गया, तो मैंने कहा कि ये महत्वपूर्ण नहीं हैं। महत्वपूर्ण है कि आपने क्या हासिल किया और कैसे जवाब दिया।
नुकसान की बात करना सही नहीं होगा।’ उन्होंने क्रिकेट टेस्ट मैच का उदाहरण देते हुए समझाया, ‘मान लीजिए आप एक टेस्ट मैच खेलते हैं और जीत जाते हैं, तो यह सवाल नहीं उठता कि कितने विकेट गिरे, कितनी गेंदें फेंकी गईं या कितने खिलाड़ी खेले। जीत ही मायने रखती है।’
उन्होंने आगे कहा कि तकनीकी आधार पर नुकसान का आकलन किया जाएगा और जल्द ही इसकी जानकारी दी जाएगी। जनरल चौहान ने बताया कि हम यह बताएंगे कि कितने विमान और रडार नष्ट किए गए। इस डेटा को जमा करके एक अनुमानित आंकड़ा जल्द साझा किया जाएगा।
आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई पर था ध्यान
जनरल चौहान ने यह भी दोहराया कि भारत का ध्यान आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई पर था, न कि अनावश्यक के नुकसान पर। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने तेजी और सटीकता से काम किया, जिससे पाकिस्तान की योजना नाकाम हो गई। इस ऑपरेशन ने न केवल भारत की सैन्य ताकत को दिखाया, बल्कि यह भी साबित किया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से खड़ा है।
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यह बयान ऐसे समय में आया है, जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव फिर से चर्चा में है। कुछ दिन पहले मीडिया में इस तरह की खबरें चल रही थीं कि उन्होंने स्वीकार किया है कि पाकिस्तान पर हमले के दौरान पाकिस्तान ने भारत के विमानों को मार गिराया था।
हालांकि, सीडीएस ने सीधे शब्दों में यह बात नहीं कही थी लेकिन जब ऐंकर ने उनसे पूछा कि क्या पाकिस्तान ने भारत के विमानों को गिराया था तो उन्होंने कहा कि हमने अपनी कमी को सुधारा और दोबारा अटैक किया।