logo

ट्रेंडिंग:

हॉस्टल और स्कॉलरशिप के लिए राहुल गांधी ने PM मोदी को लिखी चिट्ठी

स्कॉलरशिप और हॉस्टल की समस्याओं को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी लिखी है और समाधान की मांग की है।

rahul gandhi and narendra modi

राहुल गांधी और नरेंद्र मोदी, Photo Credit: PTI

शेयर करें

संबंधित खबरें

Reporter

कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी कुछ दिन पहले ही बिहार के दौरे पर गए थे। वहां से लौटने के कुछ दिन बाद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी लिखी है और कुछ समस्याओं के समाधान की मांग की है। राहुल गांधी ने लिखा है कि दलित और पिछड़े वर्ग के छात्रों को जो हॉस्टल मिल रहे हैं, उनकी स्थिति बहुत खराब है। उन्होंने दूसरा मुद्दा दलितों और पिछड़ों को मिलने वाली स्कॉलरशिप का उठाया है। राहुल ने यह भी कहा है कि वह उदाहरण भले ही बिहार का दे रहे हों लेकिन ये समस्याएं पूरे देश में फैली हुई हैं। नेता विपक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार से मांग की है कि हॉस्टलों का ऑडि किया जाए और स्कॉलरशिप की राशि बढ़ाने के साथ-साथ इसे समय पर जारी भी किया जाए।

 

इस चिट्ठी में राहुल गांधी ने यह भी लिखा है कि हाल ही में वह बिहार के दौरे पर गए थे और उन्होंने वहां पर दलितों, ओबीसी, ईबीसी और अल्पसंख्यकों के हॉस्टल का हाल देखा। इसके अलावा, उन्होंने यह कहा है कि बिहार में कई साल से स्कॉलरशिप पोर्टल ही सही से काम नहीं कर रहा है और दलित छात्रों को मिलने वाली स्कॉलरशिप भी आधी हो गई।

 

यह भी पढ़ें- वायनाड जीत में हुई गड़बड़ी? प्रियंका गांधी को केरल हाई कोर्ट का समन

 

हॉस्टल की समस्या

 

राहुल गांधी ने अपनी चिट्ठी में लिखा है, 'प्रिय प्रधानमंत्री, मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि इन दो गंभीर समस्याओं का हल निकालें क्योंकि इनके चलते हाशिए पर चल रहे समाज के 90 पर्सेंट से ज्यादा स्टूडेंट्स की पढ़ाई में दिक्कत आ रही है। पहली समस्या तो यह है कि दलितों, ST, EBC, OBC और अन्य अल्पसंख्यकों के लिए बने रिहायशी हॉस्टलों की स्थिति बेहद दयनीय है हाल ही में मैं बिहार के दरभंगा में बने आंबेडकर हॉस्टल गया था और वहां से स्टूडेंट्स ने बताया कि सिंगल कमरों में 6 से 7 स्टूडेंट्स रहने को मजबूर हैं। टॉयलेट गंदे हैं और पीने के लिए गंदा पानी मिल रहा है, मेस की सुविधा खराब है और लाइब्रेरी या इंटरनेट की सुविधा नहीं है।'

 

 

स्कॉलरशिप की समस्या के बारे में राहुल गांधी ने लिखा है, 'इन्हीं समुदाय से आने वाले स्टूडेंट्स की पोस्ट-मैट्रिक स्कॉलरशिप मिलने में कई बार देरी हो रही है और कई बार नहीं ही मिल पा रही है। उदाहरण के लिए, बिहार में स्कॉलरशिप पोर्टल तीन साल तक नहीं चल रहा था और साल 2021-22 में किसी भी स्टूडेंट को स्कॉलरशिप नहीं मिल। उसके बाद, साल 2023 में 1.36 लाख दलित छात्रों को मिली थी और 2024 में यह संख्या घटकर 69 हजार हो गई। स्टूडेंट्स ने यह शिकायत भी की है कि स्कॉलरशिप बेहद कम मिलती है। मैंने बिहार का उदाहरण दिया है लेकिन यह समस्या पूरे देश में फैली हुई है। मैं सरकार से अनुरोध करता हूं कि इस पर तत्काल कार्रवाई की जाए।'

 

यह भी पढ़ें: 20 साल, 51802 मौतें; मुंबई की 'लाइफलाइन' लोकल ट्रेन कैसे बनी जानलेवा?

 

राहुल की मांग क्या है?

 

राहुल गांधी ने मांग की है कि जिन भी हॉस्टल में इन वर्गों के छात्र रहते हैं, उनका ऑडिट करके यह सुनिश्चित किया जाए कि वहां की मूलभूत सुविधाएं ठीक रहें, साफ-सफाई हो, अच्छा खाना हो और बाकी सुविधाएं भी मिलें। उनकी दूसरी मांग है कि पोस्ट-मैट्रिक स्कॉलरशिप समय पर दी जाए और स्कॉलरशिप की राशि बढ़ाई भी जाए।


और पढ़ें

design

हमारे बारे में

श्रेणियाँ

Copyright ©️ TIF MULTIMEDIA PRIVATE LIMITED | All Rights Reserved | Developed By TIF Technologies

CONTACT US | PRIVACY POLICY | TERMS OF USE | Sitemap