पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भारत, पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग करने की कूटनीतिक कोशिशें कर रहा है। इस बीच, कांग्रेस नेता शमा मोहम्मद ने रविवार को केंद्र सरकार ने नेतृत्व में भार की डिप्लोमेसी पर सवाल उठाए हैं। शमा मोहम्मद ने कहा कि 'हर कोई पाकिस्तान के साथ है, भारत के साथ नहीं।' उन्होंने कहा कि आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला देश होने के बावजूद पाकिस्तान बिजनेस डील और एमओयू हासिल कर रहा है।
शमा मोहम्मद ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस दावे का भी जिक्र किया कि उन्होंने चार दिनों की लड़ाई के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम समझौते में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। शमा ने कहा कि संघर्ष विराम समझौते की वजह से अब भारत और पाकिस्तान एक ही श्रेणी में आ गए हैं।
11 बार बोल चुके हैं ट्रंप...
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कांग्रेस नेता शमा ने कहा, 'ट्रंप ने बार-बार कहा है। अब तक 11 बार कर चुके हैं, जिससे युद्ध विराम हुआ है। ट्रंप प्रशासन ने स्पष्ट रूप से कहा है कि हमने युद्ध विराम के लिए पाकिस्तान और भारत पर व्यापार बैन लगाया है। उन्होंने भारत और युद्ध विराम को एक ही टोकरी में डाल दिया है। पाकिस्तान आतंकवाद का अपराधी है, जबकि हम उनके पीड़ित हैं। 26/11 (मुंबई हमले) के बाद, पूरी दुनिया हमारे साथ थी, अब हमारे साथ कौन है? पाकिस्तान को सौदे और एमओयू क्यों मिल रहे हैं? हर कोई पाकिस्तान के साथ क्यों है और भारत के साथ क्यों नहीं?'
पाकिस्तान के आतंकवाद को बढ़ावा और पनाह देने के सबूतों के साथ भारत का सात डेलिगेशन दुनिया के अलग-अलग देशों में है। यह डेलिगेशन पाकिस्तान की कलई दुनिया के सामने खोल रहा है। इस बीच AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान आतंकियों को पनाह देने की नीति से दक्षिण एशिया में अस्थिरता फैलाता है।