दिल्लीवालों को हर दिन जहरीली हवा में सांस लेने पर मजबूर होना पड़ रहा है। शहर का एक्यूआई लगातार 'गंभीर से अधिक' श्रेणी में बना हुआ है। राजधानी के लगभग सभी इलाके गंभीर लेवल पर बने हुए हैं। प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली में ग्रैप-4 की पाबंदिया भी लागू कर दी गई हैं।
आज कैसा है दिल्ली का मौसम?
दिल्ली में गुरुवार को वायु गुणवत्ता में थोड़ा सुधार आया है। दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और राजधानी क्षेत्र के अन्य इलाकों में धुंध की पतली चादर छाई रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के बुलेटिन के अनुसार, बुधवार को AQI 419 रहा, जो मंगलवार को 444 था। वहीं, सोमवार को यह 'गंभीर प्लस' श्रेणी में लगभग 500 तक पहुंच गया था।
सीपीसीबी के अनुसार, आज 21 नवंबर को दिल्ली के आनंद विहार (406), अशोक विहार (416), बवाना (419), द्वारका सेक्टर-8 (404), जहांगीरपुरी (437), मुनका (416), नेहरू नगर (410) और कुछ अन्य स्थानों का एक्यूआई सुबह 6 बजे गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया। बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली और एनसीआर के गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गौतम बुद्ध नगर जिलों में स्कूलों को बंद करना अनिवार्य कर दिया गया।
सुप्रीम कोर्ट ने सीएक्यूएम को लगाई फटकार
इस सप्ताह की शुरुआत में, सुप्रीम कोर्ट ने जीआरएपी के चरण 3 और 4 के कार्यान्वयन में देरी के लिए सीएक्यूएम को फटकार लगाई। साथ ही अगले आदेश तक पूरे एनसीआर में स्कूलों को बंद करने की तत्काल आवश्यकता पर भी जोर दिया।
हरियाणा-पंजाब में भी गंभीर स्थिति
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक, हरियाणा के चरखी दादरी, राजस्थान के हनुमानगढ़ और भिवाड़ी, यूपी के हापुड़ में एक्यूआई बहुत 'गंभीर की श्रेणी' में रहा। हरियाणा और पंजाब की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़, हिसार और भिवानी में प्रदूषण का स्तर 'खराब श्रेणी' में दर्ज किया गया।