logo

ट्रेंडिंग:

DGCA ने 4 को किया सस्पेंड, आखिर फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टर का काम क्या होता है?

इंडिगो के मामले में DGCA ने कार्रवाई करते हुए 4 फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टर (FOI) को सस्पेंड कर दिया है। ऐसे में जानते हैं कि FOI होते क्या हैं और इनका काम क्या होता है?

indigo

प्रतीकात्मक तस्वीर। (Photo Credit: PTI)

शेयर करें

संबंधित खबरें

Reporter

इंडिगो में पिछले हफ्ते जो संकट खड़ा हुआ था, उसे लेकर अब डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में ऐक्शन लेते हुए DGCA ने 4 फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टर (FOI) को सस्पेंड कर दिया है। DGCA ने यह कार्रवाई तब की है, जब शुक्रवार को भी इंडिगो की 50 से ज्यादा उड़ानें रद्द हो गईं।


इंडिगो में इस संकट की शुरुआत 2 दिसंबर से हुई थी। अचानक इंडिगो की सैकड़ों उड़ानें रद्द हो गई थीं। इसके बाद कुछ दिनों में ही इंडिगो की 5 हजार से ज्यादा उड़ानें रद्द हो चुकी हैं। इंडिगो की उड़ानें रद्द होने और यात्रियों की परेशानी को देखते हुए DGCA ने पायलट की ड्यटी से जुड़े नियमों को वापस ले लिया था। इसके बाद इंडिगो का फ्लाइट कैंसिलेशन काफी हद तक कम हो गया है।


हालांकि, अब भी इंडिगो की कई उड़ानें रद्द हो रहीं हैं। शुक्रवार को बेंगलुरु में इंडिगो की 54 उड़ानें रद्द हो गईं। इसी बीच DGCA ने कार्रवाई करते हुए 4 FOI का सस्पेंड कर दिया।

 

यह भी पढ़ें-- पायलट की कमी या नीयत में खोट? इंडिगो संकट की पूरी कहानी समझिए

कौन होते हैं ये FOI?

फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टर (FOI), DGCA के सबसे सीनियर अधिकारियों में से होते हैं। इनका काम फ्लाइट ऑपरेशन को संभालना है और उसकी मॉनिटरिंग करना है।


एयर ऑपरेटर्स सर्टिफिकेशन में FOI की अहम भूमिका होती है। परमिट से जुड़े सारे FOI के पास ही होते हैं। एयर ऑपरेटर्स की निगरानी भी FOI ही करते हैं। इसके अलावा पायलटों के सर्टिफिकेशन और लाइसेंस से जुड़े काम भी यहीं करते हैं।


पायलटों को लाइसेंस देने के लिए जो एग्जाम होता है, उसका क्वेश्चन पेपर भी FOI ही तैयार करते हैं। ग्राउंड और इन-फ्लाइट दोनों तरह के इंस्पेक्शन करने की जिम्मेदारी FOI की ही होती है। 


इसके अलावा, अगर कोई हवाई दुर्घटना हो जाती है तो एयर सेफ्टी डायरेक्टोरेट के साथ मिलकर उसकी जांच भी FOI करते हैं। 

 

यह भी पढ़ें-- इंडिगो की उड़ानों में 10 प्रतिशत की कटौती का आदेश, इससे हासिल क्या होगा?

सैलरी कितनी होती है?

DGCA के मुताबिक, FOI बनने के लिए 12वीं पास या ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन होना जरूरी है। इसके अलावा, एयर ट्रांसपोर्ट पायलट लाइसेंस (ATPL) वाले लोग ही इस पोस्ट के लिए अप्लाई कर सकते हैं। FOI बनने की ऐज लिमिट 64 साल होती है।


FOI में तीन कैटेगरी होती है और इनकी सैलरी लाखों में होती है। सीनियर FOI (एयरोप्लेन) की हर महीने की सैलरी 7.46 लाख रुपये होती है। FOI (एयरोप्लेन) की महीने की सैलरी 5,02,800 रुपये होती है। वहीं, FOI (हेलिकॉप्टर) की हर महीने की तनख्वाह 2,82,800 रुपये होती है।

Related Topic:#Indigo

और पढ़ें

design

हमारे बारे में

श्रेणियाँ

Copyright ©️ TIF MULTIMEDIA PRIVATE LIMITED | All Rights Reserved | Developed By TIF Technologies

CONTACT US | PRIVACY POLICY | TERMS OF USE | Sitemap