चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 पर 130 पन्नों की एक किताब जारी की है। किताब का नाम एटलस है। किताब में किस राज्य में कितने रुपये खर्च हुए हैं, सबका क्रमवार ब्यौरा भी है। इस किताब में प्रत्याशियों से लेकर मतदाताओं तक के बारे में कई दिलचस्प आंकड़े दिए गए हैं। सबसे कम खर्च करने वाले लोकसभा क्षेत्रों से लेकर सबसे ज्यादा खर्च करने वाले लोकसभाओं का भी किक्र किया गया है।
पंजाब के फरीदकोट संसदीय क्षेत्र में उम्मीदवारों ने 4.19 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किया है। चुनाव आयोग का कहना है कि हर वोटर पर औसतन 26.34 और 41.40 रुपये खर्च किए गए हैं। लोकसभा में 1,688 वोटिंग सेंटर थे, जिनमें 10 लाख से ज्यादा वोटर और 28 उम्मीदवार मैदान में थे।
कहां कितना रुपये हुए हैं खर्च?
चुनाव आयोग के आंकड़े बताते हैं कि सबसे कम खर्च नागालैंड में हुआ है। यहां उम्मीदवारों ने संयुक्त रूप से 28.76 लाख रुपये खर्च किए हैं। यहां करीब 10 लाख मतदाता हैं, 2342 मतदान केंद्र बनाए गए थे लेकिन केवल तीन उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे। यहां करीब 57 फीसदी लोगों ने वोट किया। चुनाव आयोग के आंकड़े बताते हैं कि 2024 के लोकसभा चुनावों में सबसे ज़्यादा और सबसे कम खर्च वाले संसदीय क्षेत्रों के बीच प्रति मतदाता औसत खर्च में अंतर केवल 24.16 रुपये था।
चुनाव में BJP-कांग्रेस के खर्च में कितना रहा अंतर?
लोकसभा चुनाव में राजनीतिक दल किस उम्मीदवार को कितना पैसा देते हैं, इसकी रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की जाती है। व्यय रिपोर्ट में बीजेपी ने चुनाव आयोग को बताया था कि लोकसभा चुनाव में चुनाव पर कुल 1737 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। कांग्रेस का कुल व्यय 584.65 करोड़ रुपये था। बीजेपी ने कांग्रेस की तुलना में 3 गुना ज्यादा खर्च किया था। साल 2024 की इसी रिपोर्ट को चुनाव आयोग ने सार्वजनिक किया है। इस रिपोर्ट का नाम 'एटलस' है।
सबसे ज्यादा किस सांसद ने खर्च किया?
केरल के तिरुवनंतपुरम संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस सांसद शशि थरूर सबसे ज्यादा खर्च करने वाले उम्मीदवार हैं। उन्होंने चुनाव में करीब 94.9 लाख रुपये खर्च किए थे।
सबसे कम किसने खर्च किया?
लोकसभा चुनाव में सबसे कम खर्च तृणमूल कांग्रेस की प्रतिमा मंडल ने किया था। उन्होंने सिर्फ 12,500 रुपये खर्च किए थे। जिन 14 उम्मीदवारों ने सबसे ज्यादा खर्च किया है, उनमें से कांग्रेस के 4, बीजेपी के 3, टीएमसी के 2 हैं। डीएमके, IUML, सपा, शिरोमणि अकाली दल और यूनाइटे पीपुल्स पार्टी लिबरल के एक-एक उम्मीदवार ने 90 लाख रुपये खर्च किए गए हैं। 14 सबसे कम खर्च करने वाले उम्मीदवारों में कांग्रेस के 5, 3 निर्दलीय, बीजेपी और YSR कांग्रेस पार्टी के 2-2 उम्मीदवार हैं।