एलन मस्क की सैटेलाइट इंटरनेट कंपनी स्टारलिंक ने भारत के लिए हाई स्पीड इंटरनेट की कीमतों का खुलासा कर दिया है। इन कीमतों के खुलासे के साथ ही एलन मस्क की इस कंपनी की भारत में शुरुआत हो गई है। कंपनी ने भारत सब्सक्रिप्शन प्लान के दाम का भी खुलासा किया है। कंपनी का लक्ष्य इससे भारत के दूर-दराज के इलाकों, जहां कम इंटरनेट आता है, वहां भी अपनी सर्विस देने की बात कही है।
इसमें लोगों को मिलने वाला अनलिमिटेड डेटा, 99.9% तक सही काम करेगा। साथ ही यह किसी भी मौसम में बिना रुकावट के तेज इंटरनेट देगा। लॉन्च के बाद कंपनी भारत में अपनी उपलब्धता बढ़ाने पर काम कर रही है। इसके अलावा स्पेसएक्स की सब्सिडियरी कंपनी स्टारलिंक कमर्शियल ऑपरेशन की भी तैयारी कर रही है।
हर महीने कितने रुपये लगेंगे?
स्टारलिंक ने भारत के लिए रेजिडेंशियल सैटेलाइट इंटरनेट यानि कि आम लोगों के लिए हर महीने 8,600 रुपये चार्ज करेगा। इसमें 34,000 रुपये का एक हार्डवेयर किट भी शामिल है। कंपनी को इसी साल जुलाई में दूरसंचार विभाग (DoT) से अपने सैटेलाइट का इस्तेमाल करके भारत में व्यवासायिक सर्विस शुरू करने के लिए पांच साल का लाइसेंस मिला था।
यह भी पढ़ें: वंदे मातरम को किसने किनारे किया? राजनाथ बोले- राष्ट्र गीत को न्याय नहीं मिला
किसको मिलेगी चुनौती?
जुलाई में दूरसंचार विभाग (DoT) से रेगुलेटरी क्लियरेंस के बाद, स्टारलिंक भारत के सैटेलाइट कम्युनिकेशन सेक्टर में पहले से मौजूद प्लेयर्स Jio-SES और Eutelsat OneWeb को चुनौती देने के लिए खुद को तैयार कर रहा है। दरअसल, स्टरलिंक की भारत में एंट्री से पहले से मौजूद जियो और एयरटेल जैसे इंटरनेट प्लेयर्स को चुनौती मिलेगी।
उपभोक्ताओं को 30-दिन का ट्रायल
कंपनी अपने नए उपभोक्ताओं को 30-दिन का ट्रायल दे रही है, जिससे कि लोग स्टारलिंक का इंटरनेट पहले इस्तेमाल करके इसकी स्पीड जांचने के बाद घरों में लगवा सकें। हालांकि स्टरलिंक ने अपने बिजनेस सब्सक्रिप्शन के रेट का खुलासा नहीं किया है। कंपनी ये गेटवे अर्थ स्टेशन युद्ध स्तर पर लगा रही है। साथ ही ये इंस्टॉलेशन भारत के अलग-अलग इलाकों में कम लेटेंसी वाले कनेक्शन और सेवा विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए जरूरी हैं।
यह भी पढ़ें: 'आप चुनाव के लिए हैं, हम देश के लिए हैं, बोस के पत्र पर प्रियंका का BJP पर तंज
गेटवे अर्थ स्टेशन लगाने की तैयारी
स्टारलिंक सैटेलाइट से जमीन पर संचार के लिए चंडीगढ़, हैदराबाद, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई और नोएडा में गेटवे अर्थ स्टेशन लगाने की तैयारी कर रही है। ये रिले इंस्टॉलेशन भारत के अलग-अलग इलाकों में कम लेटेंसी वाले कनेक्शन और सर्विस रिलायबिलिटी बनाए रखने के लिए ज़रूरी हैं। ये गेटवे स्टेशन स्पेसएक्स सैटेलाइट और धरती पर मौजूद रिसीवर्स के बीच कनेक्शन स्थापित करने का काम करेंगे।
कंपनी ने इसी साल अक्तूबर में भारत में काम करने के लिए लोगों की हायरिंग की है। इसके लिए स्टरलिंक ने बेंगलुरु ञफिस के लिए 4 जॉब पोस्ट Linkdin पर पोस्ट की थी। कंपनी ने जिन पोस्ट पर हायरिंग की है वो स्पेशलिस्ट पोस्ट हैं। इसमें इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने के हिस्से के तौर पर पेमेंट, अकाउंटिंग, ट्रेजरी और टैक्स ऑपरेशन के लिए भर्ती की गई है।