जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में रविवार शाम आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर में भारत-पाक सीमा के सान्याल गांव में रविवार शाम को संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधि के बाद तलाशी अभियान शुरू किया गया।
अधिकारियों ने बताया कि घटनास्थल पर अतिरिक्त बल भेजा गया है और विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है। खबरों के मुताबिक इससे पहले दिन में, सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के सुरनकोट के सांगला के सामान्य क्षेत्र में कुछ 'संदिग्ध गतिविधि' देखे जाने के बाद एक संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया।
यह भी पढ़ें: नागपुर हिंसा की एक-एक बात जो आप जानना चाहते हैं
चलाया संयुक्त अभियान
यह संयुक्त अभियान भारतीय सेना के रोमियो फोर्स ने पुंछ पुलिस के साथ मिलकर शुरू किया था।
एक अन्य घटनाक्रम में, जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के घने जंगल में एक आतंकवादी ठिकाने का पता चला, जिसमें एक पिस्तौल और कुछ गोला-बारूद बरामद किया गया, अधिकारियों ने रविवार को इस बात की जानकारी मीडिया को दी।
हथियार हुए बरामद
स्थानीय पुलिस और सेना के स्पेशल टास्क फोर्स (एसओजी) द्वारा शनिवार को भद्रवाह के भालरा वन क्षेत्र में संयुक्त तलाशी अभियान के दौरान इस ठिकाने का पता चला। उन्होंने बताया कि ठिकाने से एक पिस्तौल, उसकी तीन मैगजीन और छह राउंड तथा एके असॉल्ट राइफल के 25 राउंड बरामद किए गए। उन्होंने बताया कि इस अभियान के दौरान किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया। यह अभियान संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट के बाद एक विशिष्ट खुफिया इनपुट पर चलाया गया था।
21 मार्च को जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में संदिग्ध आतंकवादियों ने पुलिस वाहन पर ग्रेनेड फेंका था।
यह भी पढ़ें: औरंगजेब मुद्दे से RSS ने किया किनारा, कहा- प्रासंगिक नहीं
ग्रेनेड फट गया
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि ग्रेनेड टारगेट से चूक गया और पुलिस को कोई नुकसान पहुंचाए बिना सड़क किनारे फट गया।
अधिकारी ने बताया कि स्पेशल टास्क फोर्स (एसओजी) का वाहन नियमित गश्त पर था और डेरा की गली से थन्नामंडी की ओर जा रहा था, तभी संदिग्ध आतंकवादियों ने रात करीब साढ़े आठ बजे ग्रेनेड फेंका।