अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी ग्नीन एनर्जी (Adani Green Energy) की ओर से बड़ा बयान आया है। भारतीय अरबपति गौतम अडानी और उनकी कंपनी पर लगाए गए रिश्वतखोरी के आरोपों को गलत और निराधार बताया गया हैं। कंपनी ने अमेरिकी भ्रष्टाचार प्रेक्टिस एक्ट के तहत अडानी पर लगे आरोपों में कोई सच्चाई नहीं होने का दावा किया है।
इसके अलावा कंपनी ने बताया है कि गौतम अडानी, उनके भतीजे सागर अडानी या विनीज जैन पर एफसीपीए के किसी भी उल्लंघन का आरोप नहीं लगा है।
अडानी ग्रीन की तरफ से सफाई
अडानी ग्रीन की ओर से बुधवार को यह जानकारी दी गई। कंपनी ने कहा कि गौतम अडानी, सागर अडानी या विनीत जैन पर यूएस डीओजे के अभियोग या यूएस एसईसी की सिवील शिकायत में निर्धारित मामलों में एफसीपीए के किसी भी उल्लंघन का आरोप नहीं लगा है। अडानी ग्रुप की कंपनी के अधिकारियों पर रिश्वतखोरी या भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाली सभी रिपोर्ट्स में गलत दावे किए गए है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, अमेरिकी न्याय विभाग ने गौतम अडानी, उनके भतीजे सागर अडानी और प्रमुख कार्यकारी विनीत जैन पर आरोप लगाया है। अडानी की कंपनी पर यूएस में निवेशकों के साथ धोखाधड़ी करने और एक सोलन एनर्जी कॉन्ट्रेक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को रिश्वत देने का आरोप लगाया है। 2022 से 2024 के बीच अडानी को सोलर प्रोजेक्ट दिलाने के लिए भारतीय अधिकारियों को 265 मिलियन डॉलर की रिश्वत दी गई थी। इसके जरिए अडानी की कंपनी को 20 साल में दो अरब डॉलर से अधिक मुनाफा हो सकता था।
कपंनी ने 25 नवंबर को भी दिया था बयान
बता दें कि इससे पहले सोमवार (25 नवंबर) को भी रिश्वतखोरी के आरोपों को आधारहीन बताया गया था। पिछले करीब 3 दिनों से गौतम अडानी, उनके भतीजे सागर अडानी और सीनियर डायरेक्टर विनीत जैन पर 'यूएस फॉरेन करप्ट प्रैक्टिस एक्ट' के तहत धूसखोरी और भ्रष्टातार के आरोप लगे थे, जिन्हें कंपनी ने पूरी तरह खारिज कर दिया है।