सरकार ने इंडिगो की 5 प्रतिशत फ्लाइट की संख्या में सोमवार को कमी करने की घोषणा की है। यह घोषणा डीजीसीए द्वारा इंडिगो को भेजी गई नोटिस के जवाब आने के बाद किया गया है। नोटिस में लिखा था कि DGCA द्वारा जारी किए गए विंटर शेड्यूल (WS) 2025 के अनुसार, M/s इंडिगो के लिए हर हफ़्ते 15,014 डिपार्चर अप्रूव किए गए थे, और नवंबर 2025 के लिए यह कुल 64,346 फ्लाइट्स थीं। जबकि, इंडिगो द्वारा सबमिट किए गए ऑपरेशनल डेटा के अनुसार, यह पाया गया कि नवंबर 2025 के दौरान असल में इंडिगो ने 59,438 फ्लाइट्स ही ऑपरेट कीं और इस महीने में 951 फ्लाइट्स कैंसिल की गईं।' हालांकि, नोटिस में इंडिगो के समर शेड्यूल में बढ़ोतरी पर भी ज़ोर दिया गया।
नोटिस में कहा गया कि समर शेड्यूल (SS25) की तुलना में, इंडिगो को SS25 में 6 प्रतिशत शेड्यूल को बढ़ाने की अनुमति दी गई थी। हालांकि, नोटिस के मुताबिक यह देखा गया है कि एयरलाइन अक्टूबर 2025 में केवल 339 एयरक्राफ्ट और नवंबर 2025 में 344 एयरक्राफ्ट ही ऑपरेट कर पाई। सरकार का कहना है कि इंडिगो ने विंटर शेड्यूल 24 (WS 24) की तुलना में अपनी डिपार्चर में 9.66% और समर शेड्यूल 25 (SS 25) की तुलना में 6.05% की बढ़ोतरी की है। नोटिस में कहा गया है कि एयरलाइन शेड्यूल को अच्छे तरीके से ऑपरेट नहीं कर पा रही है और उनसे बुधवार शाम तक अपना रिवाइज्ड शेड्यूल जमा करने की उम्मीद है।
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5 प्रतिशत कमी का निर्देश
नोटिस में कहा गया, 'हालांकि, इन शेड्यूल को कुशलता से ऑपरेट करने की क्षमता एयरलाइन में नहीं दिखी। इसलिए, उन्हें सभी सेक्टरों में, खासकर हाई-डिमांड, हाई-फ्रीक्वेंसी वाली फ्लाइट्स पर शेड्यूल में 5% की कमी करने और इंडिगो द्वारा किसी भी सेक्टर पर सिंगल-फ्लाइट ऑपरेशन से बचने का निर्देश दिया जाता है। इसके अलावा, आपको 10 दिसंबर 2025 को शाम 5 बजे तक एक रिवाइज्ड शेड्यूल जमा करना होगा।'
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक यह डेवलपमेंट तब हुआ जब नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने सोमवार को बताया कि शो कॉज नोटिस के जवाब से यह तय होगा कि अंतरिम कार्रवाई की ज़रूरत है या नहीं।
उन्होंने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया, 'हालांकि, हम DGCA द्वारा बनाई गई चार सदस्यों वाली कमेटी की रिपोर्ट का इंतज़ार करेंगे।'
जारी किया था शो-कॉज़ नोटिस
बता दें कि एयरलाइन को सोमवार शाम तक डिटेल में जवाब देना था, लेकिन उन्होंने डिटेल में जवाब देने के लिए 15 दिन का और समय मांगा। हालांकि, उन्होंने DGCA को एक छोटा सा जवाब दिया, जिसमें उन्होंने बड़े पैमाने पर फ्लाइट कैंसल होने की वजह 'कई फैक्टर्स के मिले-जुले असर' को बताया।
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इंडिगो ने इस गड़बड़ी का कारण 'मामूली टेक्निकल दिक्कतों', सर्दियों के मौसम की शुरुआत से जुड़े शेड्यूल में बदलाव, खराब मौसम की स्थिति, एविएशन सिस्टम में बढ़ती भीड़, फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) फेज II फ्रेमवर्क के तहत अपडेटेड क्रू-रोस्टरिंग नियमों को लागू करना बताया और एक पूरी रूट कॉज एनालिसिस (RCA) करने के लिए और समय मांगा।