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देश में बढ़ रहे HMPV के मामले, जानें क्या है तैयारी?

देश में एचएमपीवी के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। केंद्र सरकार ने भले ही कहा है कि डरने की बात नहीं लेकिन राज्यों ने अपने अपने स्तर पर तैयारी की है।

Representational Image। Photo Credit: X

प्रतीकात्मक तस्वीर। Photo Credit: X

देश में एचएमपीवी के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं. कथित रूप से चीन से शुरू हुआ यह वायरस अब तक कई राज्यों में फैल चुका है। हाल ही में मुंबई में इसका 8वां मामला सामने आया और इसके साथ ही महाराष्ट्र में एचएमपीवी के कुल तीन मामले हो गए।

 

एचएमपीवी का संक्रमण मुख्य रूप से बच्चों और वृद्ध लोगों में देखा जा रहा है। जिन बच्चों में यह समस्या देखी जा रही है उनमें खांसी, जुकाम, सीने में जकड़न और ऑक्सीजन स्तर में कमी जैसी परेशानियां देखी जा रही हैं।


वहीं चीन में एचएमपीवी के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र ने राज्यों को आईएलआई और एसएआरआई सहित सांस संबंधी बीमारियों के लिए निगरानी बढ़ाने के सुझाव दिया है। साथ ही एचएमपीवी को लेकर जागरुकता फैलाने के लिए भी कहा है। ऐसे में राज्यों ने अपने अपने स्तर से भी तैयारी की है, तो खबरगांव आपको बता रहा है कि अलग अलग राज्यों में एचएमपीवी से निपटने के लिए क्या तैयारी है?

राज्यों में है क्या तैयारी

एमएमपीवी के मद्देनज़र उत्तराखंड, महाराष्ट्र, कर्नाटक, झारखंड, हिमाल प्रदेश, ओडिशा और बिहार जैसे राज्यों ने लोगों से अपील की है कि वे परेशान न हों। वहीं मिजोरम ने एक कमेटी बनाई है ताकि एचएमपीवी की बढ़त को रोका जा सके।

वहीं गुजरात के तीन शहरों के सिविल अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। ये तीन शहर गांधी नगर, अहमदाबाद और राजकोट हैं। 

 

पुडुचेरी

पुडुचेरी में बुधवार को गवर्नर के कैलाशनाथन में स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों का जायज़ा लिया ताकि एचएमपीवी से निपटा जा सके।

इसके लिए एक उच्च स्तरीय मीटिंग की गई। इस मीटिंग में स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारियों ने गवर्नर को अपनी तैयारियों के बारे में बताया और यह भी बताया कि वायरस को फैलने से रोकने के लिए क्या किया जा रहा है।

अधिकारियों के मुताबिक राज्य में टेस्टिंग लैब और ट्रीटमेंट सेंटर पूरी तरह से तैयार हैं इससे जुड़े किसी भी मामले से निपटा जा सके।

 

बिहार

बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने विभाग के अधिकारियों को आदेश दिए हैं कि एचएमपीवी वायरस को लेकर गाइडलाइन बनाई जाए पूरे राज्य से स्वास्थ्य संस्थानों में व्यवस्था को चाक-चौबंद किया जाए.

बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों को फ्लू डेस्क बनाने और वायरस का पता लगाने के लिए आरटी-पीसीआर टेस्टिंग की व्यवस्था करने को कहा है।

 

पंजाब

पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने जनता को आश्वस्त करते हुए कहा कि एचएमपीवी संक्रमण से घबराने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि यह कोरोना वायरस नहीं बल्कि बुखार, खांसी और जुकाम जैसे हल्के लक्षणों वाला एक सामान्य वायरस है।

सिंह ने कहा कि पंजाब में अभी तक कोई मामला सामने नहीं आया है और राज्य भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का बारीकी से पालन कर रहा है। "हम पूरी तरह से तैयार हैं। मैं लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि यह कोरोना वायरस नहीं है, बल्कि एक सामान्य फ्लू वायरस है। इसमें कोई बड़ा खतरा नहीं है।

उन्होंने कहा, 'बच्चों और बुज़ुर्गों को ज़्यादा सावधानी बरतनी चाहिए। जो लोग बीमार हैं उन्हें बाहर जाते समय मास्क ज़रूर पहनना चाहिए'

 

मणिपुर

पूरे मणिपुर में अनेक अस्पतालों में मॉक ड्रिल किया गया है ताकि तैयारियों के बारे में जायजा लिया जा सके। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि अभी तक राज्य में एक भी मामला सामने नहीं आया है हर जिले में स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट पर रखा गया है।

जम्मू कश्मीर

जम्म कश्मीर में स्पेशल आईसीयू वार्ड बनाए गए हैं ताकि किसी भी तरह की आकस्मिकता से निपटा जा सके। गांधी नगर सरकारी अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेट हामिद जरगर ने कहा, 'हमने किसी भी स्थिति से निपटने के लिए एक विशेष आईसीयू वार्ड तैयार किया है। भगवान न करे कि कोई महामारी फैल जाए, हम तैयार हैं।'

क्या है एचएमपीवी

एचएमपीवी वैश्विक स्तर पर सांस से संबंधित माना जाने वाला वायरस है। यह कई श्वसन वायरस में से एक है जो सभी उम्र के लोगों में संक्रमण पैदा कर सकता है, खासकर सर्दियों और शुरुआती वसंत के महीनों में। हालांकि, अभी के हिसाब से वायरस से ज्यादा नुकसान नहीं हो रहा है और ज़्यादातर मरीज़ अपने आप ठीक हो जाते हैं। 

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