एक जमाने में भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) का सिम हासिल करने के लिए लंबी कतारें लगती थीं। मोबाइल नेटवर्क इतना मजबूत होता था कि पहाड़ पर चले जाओ, वहां भी BSNL का सिग्नल मिल जाता था। जिसके पास BSNL का नंबर होता है, उसे खास समझा जाता था। अब जमाना बदल गया है। BSNL यूजर तेजी से घटे। लोग BSNL की अलग-अलग नामकरण करने लगे। दो नाम खूब सुर्खियों में रहे- भाई साहब नहीं लगेगा और भूल से न लेना। लोगों के ऐसा कहने की वजह भी है।
वोडाफोन, जियो और एयरटेल जैसी कंपनियां 5G नेटवर्क पर चली गईं। तेज इंटरनेट सबकी जरूरत बन गई। दुनिया 4G और 5G से निकलकर 6G पर शिफ्ट हो गई। BSNL अभी 3G और 4G पर अटका है। आपने 2G, 3G, 4G, 5G और 6G तकनीक के बारे में खूब सुना होगा। दुनिया अब 7G तक की ओर आगे बढ़ रही है। इन अंकों के सामने जो G जुड़ा है, उसका मतलब है जनरेशन। इंटरनेट की दुनिया में मोबाइल नेटवर्क की दक्षता बताने का ये एक टर्म है।
आसान भाषा में इसे समझें तो अब दुनिया इंटनेट की 6वीं पीढ़ी देख रही है। BSNL खुद को इतनी तेजी से अपडेट नहीं कर पाया है। तृणमूल कांग्रेस से सांसद अबू ताहेर खान ने संचार मंत्रालय, दूर संचार विभाग से नेटवर्क के बारे में अहम सवाल किया। उन्होंने पूछा है कि एक तरफ दुनिया जहां 5G पर शिफ्ट हो गई है, सरकार के स्वामित्व वाला BSNL अभी कुछ जगहों पर 3G और 4G सर्विस पर विचार कर रहा है।
BSNL की 2G सेवा अभी ठीक से देशभर में नहीं पहुंच पाई है। अगर ऐसा है तो इसकी वजह क्या है। सरकार 4G और 5G सेवा शुरू करने के लिए क्या कर रही है। अगर कुशल श्रमिकों की कमी है तो सरकार उसे दुरुस्त करने के लिए क्या कर रही है।
सवाल क्या-क्या हैं?
- टेलीकॉम कंपनियां 5G पर आ गईं BSNL खुद को अपडेट क्यों नहीं कर रहा है?
- देश में 4G-5G पर शिफ्ट होने के लिए BSNL की तैयारी क्या है?
- कुशल श्रमिकों की किल्लत तो उनकी नियुक्ति कब होगी?
संचार मंत्रालय का जवाब क्या है?
संचार एवं उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस सवाल का जवाब दिया है। उन्होंने जवाब में कहा है कि BSNL ने विदेशी तकनीक को अपनाने की जगह आत्मनिर्भर भारत मिशन के तहत स्वदेशी 4G तकनीक विकसित की है। भारत ऐसा करने वाला दुनिया का 5वां देश बन गया है।
संचार मंत्रालय ने बताया है, 'अब BSNL 1 लाख साइटों पर स्वदेशी तकनीक से बनी 4G मॉडल को स्थापित कर रहा है। करीब 61000 4G साइटें स्थापित की जा चुकी हैं। इस तकनीक को 5G में अपडेट किया जा सकता है। दूसरे ऑपरेटर देश के 99 फीसदी जिलों में 5G सेवाएं शुरू कर चुके हैं।'
BSNL की तैयारी क्या है?
संसद में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया है कि पूरे देश में BSNL देश के उन हिस्सों में 4G सर्विस देने की कोशिश कर रहा है, जहां इंटरनेट की पहुंच नहीं है। BSNL देश के 67 फीसदी गांवों को कवर करता है। संचार मंत्रालय ने बीएसएनल में श्रमिकों की किल्लत को मानने से इनकार कर दिया है।
5G तकनीक है क्या?
5G मोबाइल-इंटरनेट नेटवर्क की 5वीं पीढ़ी है। यह लॉन्ग टर्म इवोल्यूशन (LTE) मोबाइल ब्रॉडबैंड नेटवर्क का हिस्सा है। 5G मुख्य तौर पर 3 फ्रीक्वेंसी स्पेक्ट्रेम बैंड पर काम करता है, लो, मिड और हाई। हर बैंड की अलग-अलग खासियत है। 5G नेटवर्क 2 गीगा बाइट्स पर सेकेंड की स्पीड दे सकता है। 5G बेहद तेज रफ्तार से काम करती है। अपलोडिंग और डाउनलोडिंग दर भी अन्य 4G की तुलना में कहीं ज्यादा होती है।