भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो ने सेंचुरी लगा दी है। इसरो ने बुधवार सुबह श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर अपना 100वां रॉकेट लॉन्च किया। इसरो ने GSLV-F-15 रॉकेट से नेविगेनशन सैटेलाइट NVS-02 को लॉन्च किया। इससे पहले मई 2023 में NVS-01 को लॉन्च किया गया था।
क्या है ये मिशन?
बुधवार सुबह 6 बजकर 23 मिनट पर GSLV-F-15 मिशन को लॉन्च किया गया। इसके जरिए अंतरिक्ष में नेविगेशन सैटेलाइट NVS-02 को भेजा गया है। इसे 36 हजार किलोमीटर दूर की कक्षा में स्थापित किया जाएगा। इससे अब भारत की नेविगेशन सैटेलाइट की संख्या बढ़कर 5 हो गई है।
क्या है इसमें खास?
ये एक नेविगेशन सैटेलाइट है, जिससे स्वदेशी GPS सिस्टम अपडेट होगा। इस सैटेलाइट के जरिए भारत और इसके आसपास 1,500 किलोमीटर की दूरी तक की सटीक जानकारी मिल सकेगी। NVS-02 का वजन 2,250 किलो है और ये 3 किलोवाट की पावर संभाल सकता है।
इसरो की सेंचुरी
इसरो की स्थापना 15 अगस्त 1969 को की गई थी। इसरो ने अपनी पहली सैटेलाइट 'आर्यभट्ट' लॉन्च की थी। इसे सोवियत संघ की मदद से 19 अप्रैल 1975 को लॉन्च किया गया था। हालांकि, इसरो ने अपने स्वदेशी रॉकेट से पहली सैटेलाइट 'रोहिणी' 18 जुलाई 1980 को लॉन्च की थी। GSLV-F-15 इसरो का 100वां मिशन था।