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विदेश मंत्री एस जयशंकर बोले- हम पर कोई नहीं लगता सकता वीटो

भारत के विदेशमंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि भारत किसी किसी दूसरे देश को अपने फैसलों में वीटो का इस्तेमाल नहीं करने देगा।

Jaishankar on veto

विदेश मंत्री जयशंकर, Image Credit: PTI

वीटो पावर को लेकर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को बड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भारत कभी भी दूसरों को अपने फैसलों पर वीटो लगाने की अनुमति नहीं देगा। जयशंकर ने किसी देश का नाम लिए बगैर कहा कि हम किसी डर की परवाह किए बिना राष्ट्रीय हित और वैश्विक भलाई के लिए जो भी सही होगा वही करेंगे।

मुंबई में एक समारोह को वर्चुअली संबोधित करते हुए एस जयशंकर ने कहा, 'भारत आज एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ा है। जहां इसे विकास की नई संभावनाएं दिख रही हैं। हालांकि, कुछ पुरानी समस्याएं अभी भी बनी हुई हैं जिन्हें सुलझाना जरूरी है। जयशंकर ने आगे कहा कि जब भारत वैश्विक चेतना में अधिक गहराई से जुड़ जाता है तो इसके नतीजे वास्तव में गहरे होते हैं।'

 

10 मिनट के वीडियो संदेश में क्या बोले जयशंकर?

अपने 10 मिनट के वीडियो संदेश में उन्होंने कहा, 'स्वतंत्रता को कभी भी तटस्थता के साथ भ्रमित नहीं किया जाना चाहिए। हम अपने राष्ट्रीय हित में और वैश्विक भलाई के लिए जो भी सही होगा वह करेंगे, बिना किसी डर के। भारत दूसरों को अपने विकल्पों पर वीटो लगाने की अनुमति कभी नहीं दे सकता।'

 

'भारत एक सभ्यता वाला देश'

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता ने कहा, 'भारत एक 'असाधारण' राष्ट्र है क्योंकि यह एक सभ्यता वाला देश है। ऐसा देश तभी प्रभाव डालेगा जब वह वैश्विक क्षेत्र में अपनी सांस्कृतिक शक्तियों का पूरा लाभ उठाएगा। इसके लिए यह आवश्यक है कि हम स्वयं, युवा पीढ़ी, अपनी विरासत के मूल्य और महत्व से पूरी तरह अवगत हों। इसे विभिन्न स्तरों पर व्यक्त किया जा सकता है लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इसका सामाजिक स्तर पर प्रभाव होना चाहिए।'

भारत 'महत्वपूर्ण मोड़' पर

एस जयशंकर ने कहा, 'भारत आज 'महत्वपूर्ण मोड़' पर खड़ा है। वैश्विक मंच पर, भारत ने खुद को एक स्वतंत्र शक्ति के रूप में स्थापित किया है लेकिन वैश्विक भलाई, विशेष रूप से वैश्विक दक्षिण की भलाई के लिए प्रतिबद्ध है। हालांकि, लंबे समय से हमारे लिए जो बाधाएं और सीमाएं बनी हुई हैं वो अभी भी बरकरार हैं। ऐसे दृष्टिकोण और विचारधाराएं हैं जो अधिक निराशावादी हैं और यहां तक ​​कि हमें नीचा दिखाने वाली हैं।'

वीटो पावर क्या?

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के पांच स्थायी सदस्य - चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका के पास मौजूदा समय में वीटो पॉवर है। इसका मतलब होता है कि किसी भी फैसले को रोक देने की क्षमता। 5 देशों में कोई एक देश अगर किसी फैसले को रोकना चाहता है तो वो वीटो पावर का इस्तेमाल करके उस फैसले को रोक सकता है।

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