वरिष्ठ कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने सोमवार को 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकवादी हमले को लेकर एक बयान दिया जो कि विवाद का कारण बन गया है। बडेट्टीवार ने मीडिया को दिए बयान में कहा कि सरकार को पहलगाम हमले का जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार कहती है कि आतंकियों ने धर्म पूछकर हत्या की, तो क्या आतंकियों के पास इतना समय था।
कांग्रेस नेता ने कहा कि आतंकियों का कोई जाति या धर्म नहीं होता, उनको पकड़ो जो लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई करो। यही देश का सेंटीमेंट है। उन्होंने कहा कि 200 किलोमीटर तक अंदर आकर घटना को अंजाम दिया तो इंटेलिजेंस क्या कर रहा था?
इस बयान के बाद बीजेपी ने कांग्रेस नेता पर जमकर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस नेता पाकिस्तान को क्लीन चिट देना चाहते हैं।
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‘क्लीन चिट दे रहे कांग्रेस नेता’
कांग्रेस प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने सोशल मीडिया एक वीडियो शेयर करते हुए कहा, 'कांग्रेस नेता एक के बाद एक पाकिस्तान को क्लीन चिट देने में लगे हुए हैं...और अब विजय वेडेट्टीवार ने कहा सरकार जिम्मेदार है पाकिस्तान नहीं और क्या कोई प्रूफ है कि आतंकियों ने धर्म पूछकर हमला किया।'
बीजेपी नेता ने कहा, 'यह पहली बार नहीं कहा जा रहा है, यही बात एनसीपी-शरद पवार गुट के अनिल देशमुख की ओर से भी आई है... सर्वदलीय बैठक में वे कहेंगे कि पाकिस्तान जिम्मेदार है, पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करो, आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करो, हम आपके साथ हैं। और सर्वदलीय बैठक के बाद वे कहते हैं कि पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई मत करो,'
इससे पहले, भाजपा ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर निशाना साधा था, जब एक पाकिस्तानी समाचार चैनल ने उनके 'युद्ध के पक्ष में नहीं' वाले बयान का जिक्र किया था।
‘कांग्रेस नेता पाकिस्तान के साथ खड़े दिख रहे’
उन्होंने कहा, 'इस घटना में सुरक्षा चूक हुई है। हम युद्ध के पक्ष में नहीं हैं। कश्मीर क्षेत्र में सुरक्षा उपायों को कड़ा करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए। केंद्र सरकार को कश्मीर में शांति सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा बढ़ानी चाहिए।'
भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा, 'आज सिद्धारमैया के शब्द पाकिस्तान के मीडिया चैनलों पर प्रसारित हो रहे हैं। कांग्रेस के इन प्रमुख नेताओं को देखिए जो उनके साथ खड़े दिख रहे हैं। ऐसे ही एक और नेता कर्नाटक के आबकारी मंत्री रामप्पा तिम्मापुर हैं, जिन्होंने भी कहा कि आतंकवादियों ने धर्म के आधार पर गोली नहीं चलाई। वह भारतीयों को आतंकवादियों के प्रति सहानुभूति रखने के लिए गुमराह कर रहे हैं और शोक में डूबे हुए परिवारों का मजाक उड़ा रहे हैं।'
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26 लोगों की गई थी जान
बता दें की 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी और कई लोग घायल हो गए थे। कई चश्मदीदों का कहना था कि आतंकियों ने धर्म पूछकर हिंदुओं को गोली मार दी। इस घटना में मरने वालों में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक था।