प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के कुछ महीने पहले 23 नवंबर 2023 को नमो ड्रोन दीदी योजना की शुरुआत की थी। इसके लिए 1261 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया। इसके तहत महिला स्वयं सहायता समूहों को अगले तीन साल में 15 हजार ड्रोन दिए जाने थे। योजना के लक्ष्य की तुलना में इसकी रफ्तार बेहद धीमी चल रही है। अभी तक सिर्फ 1094 ड्रोन ही दिए गए हैं। इसमें से लगभग आधे ड्रोन खाद कंपनियों की ओर से दिए गए हैं। योजना के बारे में सरकार की ओर से कहा गया था कि जिन्हें ड्रोन दिए जाएंगे उन्हें इसे चलाने की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। हालांकि, सरकार ने एक जवाब में बताया है कि इस योजना के तहत ट्रेनिंग देने के लिए सरकार की ओर से कोई पैसा खर्च नहीं किया गया है।
इस योजना के लिए कृषि, ग्रामीण विकास, उर्वरक विभाग, नागरिक उड्डयन और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय मिलकर काम करते हैं। ड्रोन की खरीद पर केंद्रीय मदद अधिकतम 8 लाख रुपये है। बाकी की राशि के लिए सस्ते ब्याज का भी इंतजाम किया गया है। योजना के तहत महिलाओं को 15 दिन की ट्रेनिंग दी जाती है और प्रशिक्षित महिलाओं को ही ड्रोन दिए जाते हैं। इस योजना में एक खास और जानने योग्य बात यह है कि प्रमुख खाद कंपनियां ही असल में इस योजना का कार्यान्वयन करती हैं।
अब तक सिर्फ 1094 ड्रोन दिए
हाल ही में सांसद पप्पू यादव और अब्दुस्समद समदानी ने सवाल पूछा था। इसी सवाल के जवाब में केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर मंत्रालय ने जवाब दिया है। इसी सवाल के जवाब में सरकार ने बताया है कि साल 2023-24 में 1094 ड्रोन दिए गए हैं लेकिन ये ड्रोन खाद कंपनियों की ओर सिए उनके आंतरिक संसाधनों की ओर से दिए गए हैं। इन 1094 ड्रोन में से सिर्फ 500 ड्रोन नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत दिए गए हैं। केंद्र सरकार ने अपने जवाब में बताया है कि नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत महिलाओं की ट्रेनिंग और जागरूकता अभियानों के लिए भारत सरकार की ओर से एक भी पैसा खर्च नहीं किया गया है। केरल में कुल 17 ड्रोन बांटे गए हैं जिसमें से सिर्फ दो ड्रोन नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत दिए गए हैं।

किस राज्य को कितने ड्रोन मिले?
अभी तक कुल 1094 ड्रोन बांटे गए हैं। इसमें से सबसे ज्यादा कर्नाटक में 145, उत्तर प्रदेश में 128, आंध्र प्रदेश में 108, हरियाणा में 102, तेलंगाना में 81, मध्य प्रदेश में 89 और महाराष्ट्र में 60 ड्रोन बांटे गए हैं। वहीं, ड्रोन दीदी योजना के तहत बांटे गए 500 ड्रोन में से 96 ड्रोन आंध्र प्रदेश में, 82 ड्रोन कर्नाटक में, 23 ड्रोन पंजाब में, 5 ड्रोन बिहार में और 32 ड्रोन उत्तर प्रदेश में बांटे गए हैं। इस योजना के तहत मणिपुर, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा जैसे राज्यों में एक भी ड्रोन नहीं दिया गया है। तीन साल में 15 हजार ड्रोन बांटने का लक्ष्य है और एक साल में सिर्फ एक हजार ड्रोन ही बांटे गए हैं।
क्या है नमो ड्रोन दीदी योजना?
एक योजना के तहत महिला उद्यमियों को ट्रेनिंग दी जाती है फिर उन्हें ड्रोन दिया जाता है। इस ड्रोन की मदद से वे आसपास के खेतों में उर्वरकों का छिड़काव करती हैं। जिसको यह ड्रोन दिया जाता है, वह बाकी लोगों से कुछ पैसे ले सकते हैं। उदाहरण के लिए- जितने बड़े क्षेत्रफल वाले खेत में छिड़काव करना हो, उतने ज्यादा पैसे मिलते हैं। इस तरह से ड्रोन हासिल करने वाली महिला को कमाई होती है। मौजूदा समय में खाद कंपनियों की ओर से भी ड्रोन बांटे जा रहे हैं। इसके जरिए लिक्विड खाद को भी प्रमोट किया जा रहा है।