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'अश्लील ड्रेस, टैटू,' किन वजहों से नो फ्लाई लिस्ट में आते हैं यात्री?

अमेरिका की स्पिरिट एयरलाइन ने यात्रियों के लिए ड्रेस कोड जारी किया है। अगर यात्री आपत्तिजनक कपड़े पहने सफर करेगा तो उसे 'नो फ्लाई लिस्ट' में डाल दिया जाएगा।

no fly list rules in India

नो फ्लाई लिस्ट, Photo Credit: AI generated Pic

अगर आप स्पिरिट एयरलाइंस से ट्रैवल कर रहे हैं, तो आपको कपड़े बहुत सोच-समझ कर पहनने होंगे। क्रॉप टॉप या शरीर पर टैटू दिखा तो आपकी फ्लाइट के अंदर एंट्री नहीं होगी। यहीं नहीं यात्री को 'नो फ्लाई लिस्ट' में भी डाला जा सकता है। दरअसल, एयरलाइन ने हाल ही में अपनी पॉलिसी को अपडेट किया है, जिसमें यात्रियों के ड्रेस कोड पर भी बात कहीं गई है। 

 

एयरलाइन ने साफ-साफ कहा है कि अगर यात्री ने अश्लील या आपत्तिजनक कपड़े पहने होंगे तो उये एयरलाइन के अंदर एंट्री नहीं मिलेगी और उसे विमान से उतरने के लिए कहा जा सकता है। अपनी पॉलिसी में एयरलाइन ने स्तन, नितंब या अन्य निजी अंग उजागर होने, या पारदर्शी परिधान पहनने पर रोक लगाई है। इसके अलावा आपत्तिजनक टैटू होने पर भी विमान यात्री को एयरलाइन से बाहर निकाल सकता है। अब तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि एयरलाइन की यह नीति एयरलाइन के कर्मचारियों, फ्लाइट क्रू और एयरहोस्टेस पर भी लागू होगा या नहीं।

 

अमेरिकी अल्ट्रा-लो कॉस्ट एयरलाइन है स्पिरिट एयरलाइन

बता दें कि हाल के वर्षों में स्पिरिट और अन्य एयरलाइनों ने यात्रियों को उनके ड्रेस के कारण विमान में चढ़ने से रोका है। लेगिंग, अपशब्दों से भरे नारे लिखे कपड़े, छोटे शॉर्ट्स और ब्रा न पहनने को भी ड्रेस कोड में शामिल किया गया है।  साउथवेस्ट एयरलाइंस का भी ड्रेस कोड स्पिरिट एयरलाइंस से मिलता-जुलता है। इसके अनुसार, यात्री ऐसे कपड़े नहीं पहन सकते जो 'अश्लील या आपत्तिजनक' हों।

 

स्पिरिट एयरलाइंस ने अपनी पॉलिसी में 'नो फ्लाई लिस्ट' का भी जिक्र किया है। ऐसे में आइये समझें की ड्रेस कोड के अलावा किन-किन कारणों से यात्रियों पर लगता है बैन?

 

बता दें कि 'नो फ्लाई लिस्ट' एक सुरक्षा उपाय है, जिसमें यात्रियों पर विमान में यात्रा करने पर बैन लगा दिया जाता है। यह लिस्त आमतौर पर सरकार, सुरक्षा एजेंसियों या एयरलाइंस द्वारा तैयार की जाती है। स्पिरिट एयरलाइन के ड्रेस कोड के अलावा और किन-किन कारणो से यात्रियों पर बैन लगता है, आइये जानें 

सुरक्षा संबंधी कारण

अगर किसी व्यक्ति पर आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने या आतंकवादी संगठनों से संबंध रखने का संदेह हो, तो उसे नो फ्लाई लिस्ट में डाला जा सकता है। जिन यात्रियों से देश की सुरक्षा को खतरा हो सकता है, उन्हें भी इस सूची में शामिल किया जाता है।

अनुशासनहीन या असामाजिक व्यवहार

अगर कोई यात्री फ्लाइट के दौरान हिंसा करता है, क्रू मेंबर से दुर्व्यवहार करता है, या अन्य यात्रियों की सुरक्षा को खतरे में डालता है।

नशे की स्थिति में अनुचित व्यवहार करने वाले यात्रियों पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है।

फ्लाइट में जानबूझकर विवाद, झगड़ा, या अन्य यात्रियों के साथ दुर्व्यवहार करने पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है।

 सुरक्षा नियमों का उल्लंघन

  • अगर कोई यात्री बिना अनुमति कॉकपिट में प्रवेश करने की कोशिश करता है, तो यह गंभीर अपराध माना जाता है।
  • अगर यात्री विमानन सुरक्षा नियमों का पालन करने से इनकार करता है, जैसे सीट बेल्ट न लगाना या फ्लाइट अटेंडेंट की बात न सुनना।
  • अगर कोई व्यक्ति विमान में प्रतिबंधित या खतरनाक सामग्री (जैसे विस्फोटक, हथियार) लेकर आता है।
  • यदि यात्री का आपराधिक रिकॉर्ड हो और वह यात्रा के दौरान या यात्रा के बाद किसी प्रकार की आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने की आशंका पैदा करता है।
  • कानूनी विवाद, यात्रा पर प्रतिबंध, या वीजा नियमों के उल्लंघन के मामलों में भी यात्री को नो फ्लाई लिस्ट में रखा जा सकता है।

नो फ्लाई लिस्ट में शामिल होने के परिणाम

  • यात्री को उड़ान से रोक दिया जाता है।
  • अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर प्रतिबंध लग सकता है।
  • कानूनी कार्रवाई हो सकती है।
  • भविष्य में टिकट बुकिंग करने में कठिनाई हो सकती है।

कैसे हटवाया जा सकता है नाम?

  • यात्री को संबंधित एयरलाइन, एजेंसी या अदालत में अपील करनी होती है।
  • कानूनी प्रक्रिया के जरिए अपने पक्ष में सबूत पेश कर सकते हैं।

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भारत में नो फ्लाई लिस्ट मामले?

शिवसेना सांसद रवींद्र गायकवाड़ का मामला (2017)

शिवसेना के सांसद रवींद्र गायकवाड़ ने एयर इंडिया के क्रू मेंबर के साथ दुर्व्यवहार किया और उसे चप्पल से पीटा था। इसकी वजह से उन्हें एयर इंडिया और कई अन्य प्रमुख एयरलाइनों ने नो फ्लाई लिस्ट में डाल दिया। यह मामला बहुत चर्चा में रहा और इसके बाद भारत में नो फ्लाई लिस्ट के नियमों को स्पष्ट रूप से लागू करने पर जोर दिया गया। हालांकि, माफी मांगने और राजनीतिक दबाव के बाद एयरलाइंस ने उन पर से प्रतिबंध हटा दिया।

 

करण बेल्लन का मामला (2022)

इंडिगो एयरलाइंस के यात्री करण बेल्लन ने फ्लाइट के दौरान असामान्य व्यवहार किया और क्रू मेंबर से बदसलूकी की। इसके कारण इंडिगो ने उन्हें नो फ्लाई लिस्ट में डाल दिया।

 

इन-फ्लाइट उत्पीड़न और दुर्व्यवहार के मामले

फ्लाइट के दौरान महिला यात्रियों के साथ अनुचित व्यवहार करने वाले पुरुष यात्रियों के खिलाफ भी कई बार कार्रवाई की गई है। ऐसे यात्रियों को तुरंत नो फ्लाई लिस्ट में डाल दिया गया और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई।

 

एयरलाइन क्रू से दुर्व्यवहार के मामले

कई यात्रियों ने क्रू मेंबर्स से दुर्व्यवहार किया है, जैसे सुरक्षा निर्देशों का पालन न करना, सीट बेल्ट न लगाना, या अनुचित टिप्पणियां करना। DGCA ने ऐसे यात्रियों पर जुर्माना लगाया और उन्हें अस्थायी तौर पर नो फ्लाई लिस्ट में शामिल किया।

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