जीरोधा के को-फाउंडर निखिल कामथ ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पहली बार 'पॉडकास्ट इंटरव्यू' किया। इस पॉडकास्ट में पीएम मोदी ने अपने जीवन और सोच से जुड़े कई पहलुओं से पर्दा हटाया। साथ ही उन्होंने निखिल कामथ के साथ बातचीत में राजनीति में यवाओं की एंट्री, देश के विजन, वैश्विक संघर्ष पर विस्तार से बात की।
जहां पीएम मोदी पर यह पहला पॉडकास्ट चर्चा का विषय बन गया है वहीं, अब पूरा देश जानना चाहता है कि आखिर निखिल कामथ कौन हैं? वह क्या काम करते हैं। साथ ही लोग उनकी कंपनी जीरोधा के बारे में भी जानना चाहते हैं। आइए जानते हैं कि निखिल कामथ कौन हैं?
बाकी पॉडकास्टर्स की तरह लोकप्रिय नहीं
निखिल कामथ देश के बाकी पॉडकास्टर्स की तरह लोकप्रिय नहीं हैं। वह स्टॉक ट्रेडिंग और बिजनेस की दुनिया में हमेशा चर्चा में रहते हैं। निखिल भारत के सबसे कम उम्र में अरबपति बनने वाले शख्स हैं। उनकी मौजूदा संपत्ति 3.3 अरब डॉलर (तकरीबन 28 हजार करोड़ रुपये) आंकी जाती है।
निखिल कामथ का जन्म 5 सितंबर 1986 को हुआ था। उनके पिता कैनेरा बैंक ऑफिसर थे, जिसके चलते पिता का ट्रांसफर होता रहता था। पिता के ट्रांसफर के चलते निखिल देश के कई जगहों पर रहे। अंत में उनके पिता परिवार के साथ में बैंगलोर में बस गए। हालांकि, वह पढ़ाई में ज्यादा अच्छे नहीं थे और उन्होंने महज 10वीं तक की ही पढ़ाई की। इसके बाद निखिल ने पढ़ाई छोड़ दी।
पुराने फोन को खरीदने-बेचने का काम
इस बीच निखिल ने स्कूल में रहते हुए ही अपने एक दोस्त के साथ पुराने फोन को खरीदने और बेचने का काम शुरू कर दिया। उनके इस कदम के चलते घर में काफी विवाद हुआ। हालांकि, इसके बाद निखिल के माता-पिता ने उनसे कहा कि ऐसा कुछ मत करना, जिससे हमें शर्मिंदा होना पड़े।
स्टॉक ट्रेडिंग करने लगे कामथ
निखिल कामथ ने इस घटना के बाद एक कॉल सेंटर में नौकरी शुरू कर दी। उनकी शिफ्ट शाम को 4 बजे से 11 बजे तक होती थी। इसलिए सुबह के समय उन्होंने स्टॉक ट्रेडिंग को सिखने में लगा दिया। 18 साल की उम्र तक आते-आते वह स्टॉक ट्रेडिंग करने लगे। निखिल के मुताबिक, इस दौरान उनके पिता ने उन्हें अपनी सेविंग्स दीं और उसके प्रबंधन की जिम्मेदारी सौंप दी। इसके बाद उन्होंने अपने ऑफिस के मैनेजर के पैसे का भी प्रबंधन करना शुरू कर दिया।
निखिल कामथ ने पैसे का प्रबंधन करने के बाद नौकरी छोड़ दी। 20 साल की उम्र में उन्होंने अपने भाई के साथ मिलकर कामथ एंड एसोसिएट्स शुरू कर दी। बाद में कामत एंड एसोसिएट्स ही जीरोधा बनी। निखिल के मुताबिक, जीरोधा का मतलब है 'जीरो+रोध, यानी कोई अवरोध नहीं।'
64 हजार 800 करोड़ की कंपनी
आज जीरोधा देश का एक सफ ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है, जो स्टॉक्स में पैसे लगाने वालों के लिए ट्रेडिंग और ब्रोकरेज का काम करता है। वह भी ऑनलाइन यानी ट्रेडर्स को कभी भी-कहीं से भी शेयरों में पैसा लगाने की सुविधा देने वाला प्लेटफॉर्म। जीरोधा पर 2024 के अंत तक 1 करोड़ से ज्यादा यूजर्स थे। वहीं, दिसंबर 2024 में हुरुन इंडिया की तरफ से जारी की गई लिस्ट में 14 वर्ष पुरानी जीरोधा की मौजूदा मैर्केट वैल्यू 7.7 अरब डॉलर के करीब है। यह भारतीय रुपयों में तब 64 हजार 800 करोड़ के बराबर है।