मायानगरी मुंबई से गुरुवार को एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई। पवई इलाके में स्थित रा स्टूडियो से एक शख्स ने 17 बच्चों समेत कुल 19 लोगों को करीब एक घंटे तक बंधक बना रखा। मौके पर पहुंची मुंबई पुलिस ने आरोपी को समझाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं माना। इसके बाद बाथरूम के रास्ते से एक टीम अंदर घुसी। पुलिस के मुताबिक आरोपी ने एयरगन से बच्चों की नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। उससे पहले पुलिस ने आरोपी पर फायरिंग कर दी। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। आरोपी शख्स की पहचान रोहित आर्या के तौर पर हुई है। आइये रोहित आर्या के बारे में जानें?
रोहित आर्या रा स्टूडियो के अलावा अप्सरा मीडिया नाम से एक यूट्यूब चैनल भी चलाता था। उसके चैनल पर कुल 144 वीडियो और 7.7 हजार सब्सक्राइर्ब्स हैं। आखिरी वीडियो एक साल पहले अपलोड किया गया था। अधिकांश वीडियो एजुकेशन विभाग से जुड़े हैं। एक वीडियो में रोहित आर्या पूर्व शिक्षा मंत्री दीपक केसकर के साथ भी मौजूद है। इसमें दीपक 'स्वच्छता मॉनिटर' कार्यक्रम की जानकारी दे रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रोहित आर्य मूलरूप से पुणे का निवासी थी।
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महाराष्ट्र सरकार पर भुगतान न करने का आरोप
साल 2023 में महाराष्ट्र के स्कूलों में स्वच्छता मॉनिटर कार्यक्रम की शुरुआत हुई। रोहित आर्या इस प्रोजेक्ट से जुड़ा था। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक पीएलसी स्वच्छता मॉनिटर अभियान प्रोजेक्ट की शुरुआत मेरा स्कूल-सुंदर स्कूल अभियान के तहत की गई थी। रोहित आर्या ने सरकार पर भुगतान न करने का आरोप लगाया। रोहित आर्या ने दावा किया था कि विभाग ने 2 करोड़ रुपये की धनराशि मंजूर की थी। मगर जनवरी 2024 से कोई भुगतान नहीं मिला है
रिपोर्ट के मुताबिक रोहित आर्या ने दावा किया था कि महाराष्ट्र के पूर्व शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने व्यक्तिगत सहायता के तौर पर 7 लाख और 8 लाख रुपये के दो चेक सौंपे। आगे और भी भुगतान का वादा किया था। मगर ऐसा नहीं हुआ। उसने कई बार दीपक केसकर के ऑफिस के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया था।
अपने वीडियो में क्या बोला रोहित आर्या?
रोहित आर्या ने 17 बच्चों समेत कुल 19 लोगों को बंधक बनाया था। बंधक बनाने के बाद उसने सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी शेयर किया। इसमें आरोपी ने कहा, 'मैंने खुदकुशी करने की जगह बच्चों को बंधक बनाने की योजना बनाई। मेरी बेहद मामूली और नैतिक मांगे हैं। मेरे कुछ सवाल हैं। मैं कुछ लोगों से बात करके जवाब चाहता हूं। मुझे सिर्फ जवाब चाहिए। मैं कोई आतंकवादी नहीं हूं। न मेरी कोई पैसों की मांग है। साधारण बातचीत करनी है, जिसके लिए मैंने बच्चों को बंधक बनाया है। आरोपी ने आगे धमकी दी कि अगर किसी ने कुछ किया तो वह इस जगह को आग लगा देगा।'
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पुलिस के मुताबिक रोहित आर्या के पास कुछ रसायन, एक लाइटर और बंदूक थी। पुलिस टीम उससे बातचीत करने में जुटी थी। तभी आरोपी ने बच्चों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। प्रतिक्रिया में पुलिस फायरिंग में वह मारा गया। जांच में बंदूक एयरगन निकली। बरामद सभी सामान को फोरेंसिक लैब भेजा गया है। सभी बच्चों को पुलिस ने सकुशल हालत में परिजनों को सौंप दिया है।