• NEW DELHI 08 Dec 2024, (अपडेटेड 08 Dec 2024, 3:10 PM IST)
भारत और बांग्लादेश की सीमा पर कुछ तुर्की मेड ड्रोन देखे गए थे। सीमा सुरक्षा बल के जवान 6 अगस्त से ही सीमा पर अलर्ट मोड में हैं। अब भारत सरकार ने अपनी ड्रोन क्षमता बढ़ाने के लिए कमर कस ली है।
सुरक्षाबलों की सीमाओं पर ड्रोन संबंधी चुनौतियां बढ़ने वाली हैं। (सांकेतिक तस्वीर-PTI)
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ऐलान किया है कि देश की सीमाओं को सुरक्षित करने के लिए भारत में बड़े स्तर पर एंटी ट्रोन यूनिट तैयार किया जाएगा। भविष्य में मानव रहित ड्रोन के खतरे बढ़ेंगे, इससे निपटने के लिए एक बेहतर तंत्र की जरूरत पड़ेगी। भारत की सीमाएं हर दिशा में बेहद संवेदनशील हैं।
भारत बांग्लादेश, भारत-पाकिस्तान, भारत-नेपाल और भारत-चीन सीमा हर तरफ भारतीय सेना के लिए खतरा है। भविष्य में ड्रोन की चुनौतियां बनते-बिगड़ते संबंधों की वजह से और बढ़ेंगे। इस हवाई खतरे से निपटने के लिए मजबूत सिस्टम की जरूरत है।
पंजाब सीमा से लेकर बांग्लादेश सीमा तक, कई जगह ड्रोन देखे गए हैं। कई जगहों पर ड्रोन के जरिए ड्रग और तस्करीं की खबरें सामने आ चुकी हैं। पंजाब सीमा पर ही सुरक्षा बलों के जवानों ने कई ड्रोन हाल के दिनों में ढेर किए हैं।
गृहमंत्री ने कहा क्या है? गृह मंत्री अमित शाह एक ट्रेनिंग सेंटर में बीएसएफ के 60वें स्थापना दिवस समारोह में जवानों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि लेजर से लैस ड्रोन एंटी गन-माउंटेड सिस्टम के शुरुआती नतीजे ठीक रहे हैं। उन्होंने बताया कि पंजाब में भारत-पाकिस्तान सीमा पर अब 55 फीसदी ड्रोन निष्क्रिय कर दिए जाते हैं। पहले यह दर 3 फीसदी तक सीमित थी।
गृह मंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में ड्रोन के खतरे और गंभीर होंगे। डिफेंस और DRDO के साथ मिलकर इस रणनीति पर काम चल रहा है। आने वाले दिनों में देश के लिए एक व्यापक एंटी ड्रोन यूनिट तैयार किया जाएगा।
भारत-पाकिस्तान सीमा पर कितने ड्रोन दिखे? आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि पाकिस्तान के साथ भारत की सीमा से 260 से ज्यादा ड्रोन गिराए गए हैं या बरामद हुए हैं। साल 2023 में करीब 110 ड्रोन गिराए गए थे। ड्रोन के जरिए ड्रग्स की सप्लाई होती है, हथियार पहुंचाए जाते हैं। पंजाब, राजस्थान और जम्मू में ड्रोन गतिविधियां सामान्य तौर पर देखी जा रही हैं।
बांग्लादेश में नजर आए थे बायरकटार ड्रोन बायरकटार टीबी2 ड्रोन हाल ही में नजर आए है। बांग्लादेश सरकार ने इन्हें तुर्की से खरीदा था। ये ड्रोन बेहद खतरनाक हैं, इनमें नाइट विजन कैमरे हैं, ये संवेदनशील इलाकों में बारीकी से नजर रख सकते हैं। ये घंटों तक उड़ सकते हैं। इससे अटैक भी आसानी से किया जा सकता है। ये 150 किलोग्राम तक लेकर उड़ सकते हैं। भारतीय सुरक्षा बल इन ड्रोन को लेकर पहले से ही अलर्ट मोड में हैं।