महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार से पहले शिवसेना (UBT) नेता आदित्य ठाकरे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से बड़ी अपील की है। आदित्य ठाकरे ने राज्य में सड़क घोटाले में संलिप्तता के कारण पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और दो अन्य पूर्व मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बाहर रखने का अनुरोध किया है।
ठाकरे ने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और मंगल प्रभात लोढ़ा के साथ-साथ दीपक केसरकर पर भी निशाना साधा। उन्होंने दावा किया कि इन लोगों ने 12,000 करोड़ रुपये का घोटाला किया है। ठाकरे ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'अगर भाजपा सरकार सड़क घोटाले पर कार्रवाई करने के लिए गंभीर है, तो उन्हें तत्कालीन अवैध सीएम शिंदे और शिंदे शासन के दो संरक्षक मंत्रियों- लोढ़ा और केसरकर को कैबिनेट से बाहर रखना चाहिए।'
राजनेताओं ने अपनी जेबें भरी
आदित्य ने कहा कि भाजपा भी घटिया सड़क निर्माण पर बोल रही है और एसआईटी जांच की मांग कर रही है। उन्होंने कहा, 'यह मुंबई की मेहनत की कमाई थी। बर्बाद हो गई। ठेकेदारों और राजनेताओं ने अपनी जेबें भरी है। मैंने पिछले 2 सालों से उनका पर्दाफाश किया लेकिन भाजपा ने उस शासन का समर्थन किया।' ठाकरे ने मुख्यमंत्री से सड़क घोटाले की औपचारिक जांच शुरू करने का आग्रह किया।
कथित सड़क घोटाला क्या है?
सड़क घोटाला बीएमसी की 400 किलोमीटर लंबी सड़क कंक्रीटीकरण परियोजना से जुड़ा है, जिसके खिलाफ आदित्य ठाकरे ने जनवरी 2023 में आवाज उठाई थी। उन्होंने तत्कालीन बीएमसी आयुक्त इकबाल सिंह चहल को एक पत्र भी लिखा था, जिसमें उन्होंने चेतावनी दी थी कि इस तरह की परियोजना से मुंबई में बाढ़ आ सकती है। चहल वर्तमान में महाराष्ट्र के सीएम कार्यालय में अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद पर तैनात हैं।
ठाकरे ने यह भी आरोप लगाया था कि सड़कों के लिए ठेके 66% अधिक कीमत पर दिए गए थे और उन्होंने इसे रद्द करने की मांग की थी। अब यह मुद्दा एक बार फिर रविवार को राज्य में होने वाले संभावित मंत्रिमंडल विस्तार से पहले उठा है। बता दें कि शपथ ग्रहण समारोह रविवार शाम को नागपुर में होने की उम्मीद है। राज्य विधानसभा का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू होने वाला है।