महाराष्ट्र नई सरकार बनाने के आखिरी पड़ाव पर है और इसी के साथ यह तस्वीर भी साफ हो गई है कि एकनाथ शिंदे राज्य के उपमुख्यमंत्री नहीं होंगे। बुधवार को उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देते हुए आखिरी फैसला पीएम मोदी और अमित शाह पर छोड़ा था। उन्होंने दावा किया था कि वो जो फैसला लेंगे वो पूरी शिवसेना को स्वीकार होगा।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) से देवंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री का पद और एकनाथ शिंदे को डिप्टी सीएम का पद देने की बात सुर्खियों में थी। हालांकि, शिवसेना नेता संजय शिर्सात ने गुरुवार को कहा कि एकनाथ शिंदे डिप्टी सीएम का पद स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि 'शिंदे कैबिनेट का हिस्सा रहेंगे लेकिन वह डिप्टी सीएम नहीं बनेंगे।'
'एकनाथ शिंदे डिप्टी सीएम का पद ग्रहण नहीं करेंगे'
समाचार एजेंसी PTI से बातचीत के दौरान संजय ने कहा, 'एकनाथ शिंदे डिप्टी सीएम का पद ग्रहण नहीं करेंगे। यह जिम्मेदारी ऐसे नेता पर सही फिट नहीं बैठती है जो पहले ही मुख्यमंत्री का पद ग्रहण कर चुका हो। उन्होंने आगे कहा कि शिवसेना की ओर से राज्य सरकार में किसी और नेता को डिप्टी सीएम बनाया जाएगा। हालांकि, यह अब तक नाम पर मुहर नहीं लगी है। पार्टी किसे डिप्टी सीएम चुनेगी यह देखना काफी दिलचस्प हो सकता है।
शिंदे नहीं तो कौन?
27 नवंबर की शाम शिंदे ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि मैं राज्य के मुख्यमंत्री से बड़ा पद लाडला भाऊ का मानता हूं, जो मुझे ढाई साल के कार्यकाल में जनता ने दिया। मेरी पीएम मोदी से बात हुई है। शिंदे ने कहा कि हम पूरी मेहनत से जनता के हितों के लिए काम करेंगे। हम पीएम मोदी और अमित शाह पर फैसला छोड़ते हैं। वही जिसे भी सीएम बनाएंगे, हम उसे स्वीकार करेंगे।
क्या बोले फडणवीस?
महाराष्ट्र के निर्वतमान देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राज्य में महायुति एकजुट है। एक बार मुख्यमंत्री तय होने दिजिए, वह व्यक्ति ही राज्य मंत्रिमंडल को अंतिम रूप देगा। उन्होंने कहा 'चुनाव से पहले हमले कहा था कि सभी निर्णय हमारे वरिष्ठ नेतृत्व के साथ मिलकर किए जाएंगे। हम संयुक्त निर्णय लेंगे।'