महाराष्ट्र में 23 नवंबर को विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही महायुति में उठापटक जारी थी। पहले सीएम के पद को लेकर फिर कुल मंत्रिपद को लेकर। काफी समय तक यह बात स्पष्ट नहीं हो पा रही थी कि कौन सीएम बनेगा और कौन डिप्टी सीएम। हालांकि, अजित पवार सीएम की दौड़ में नहीं थे लेकिन देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना के एकनाथ शिंदे के बीच इस बात की खींचतान जारी थी।
इसके बाद जब 39 मंत्रियों को पद की शपथ दिलाई गई तब भी इस तरह की खबरें आने लगी थीं कि कुछ विधायक, जिन्हें मंत्रिपद नहीं दिया गया है, वे नाराज़ हो गए हैं. इसमें छगन भुजबल का नाम काफी आगे आया था।
खैर, मंत्रिपद की शपथ के बाद फिर इस बात को लेकर राजनीतिक जानकारों में इस बात को लेकर चर्चा गर्म हो गई थी कि किसको कौन सा मंत्रालय दिया जाएगा, लेकिन अब मंत्रालय की घोषणा के बाद सब साफ हो गया है।
किसको क्या मिला
हमेशा की तरह इस बार फिर से गृह मंत्रालय बीजेपी के पास है। सीएम देवेंद्र फडणवीस ने गृह मंत्रालय को अपने पास रखा है जबकि शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे को नगर विकास, हाउसिंग और पब्लिक वर्क्स मंत्रालय दिया गया है।
वहीं अजित पवार को फाइनेंस एंड प्लानिंग के साथ एक्साइज भी दिया गया है।
शिवसेना के दादा जी भुसे को स्कूल एजुकेशन और उदय सामंत को उद्योग मंत्रालय दिया गया है।
शिवसेना के ही प्रकाश आबितकर नए स्वास्थ्य मंत्री होंगे जबकि प्रताप सरनाइक को परिवहन मंत्रालय दिया जाएगा।
बीजेपी के चंद्रशेकर बावनकुले को राजस्व मंत्रालय की कमान सौंपी गई है।
अदिति तटकरे को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, जय कुमार गोरे को ग्रामीण मंत्रालय और संजय शिरसाट को सामाजिक न्याय मंत्रालय दिया गया है।
धनंजय मुंडे को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, अशोक उइके को अनुसूचित जनजाति विकास मंत्रालय और आशीष शेलार को आईटी व संस्कृति मंत्रालय दिया गया है।
पंकजा मुंडे को पर्यावरण मंत्रालय और माणिकराव कोकाटे को कृषि मंत्रालय की कमान सौंपी गई है।
राधाकृष्णन विखे पाटिल को जल संसाधन मंत्राल तो हसन मुशरिफ को चिकित्सा शिक्षा मंत्रालय दिया गया है।
मंगल प्रभात लोढ़ा को कौशल विकास मंत्रालय और चंद्रकांत पाटिल को उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा दिया गया है।
2.5 साल रहेगा मंत्रालय
इससे पहले डिप्टी सीएम अजित पवार ने इस बात के संकेत दिए थे कि जिनको भी मंत्रिपद की शपथ दिलाई जा रही है, उनके पद सिर्फ ढाई सालों तक के लिए ही रहेंगे। उन्होंने कहा था कि 'दूसरों को भी मंत्रिपद का अवसर दिया जाएगा।'