असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने दावा किया है कि झारखंड पुलिस ने उस जगह छापेमारी की है, जहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ठहरे हुए थे। पुलिस को कुछ नहीं मिला है। यह राजनीति से प्रेरित है। रांची के पुलिस अधीक्षक को इसका जवाब, बाद में देना होगा।
हिमंत बिस्वा सरमा का कहना है कि राचीं के गेस्ट हाउस में ही पुलिस ने छापेमारी की। यहां अमित शाह एक रात ठहरे थे। उन्होंने कहा कि छापेमारी की कोई खास वजह नहीं थी। उन्होंने कहा कि सरकार अब अधीर हो चुकी है, इसलिए ही छापेमारी की कार्रवाई जारी है।
हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, 'केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 11 नवंबर की रात रांची के सरला बिरला स्कूल गेस्ट हाउस में ठहरे थे। झारखंड पुलिस ने बिना किसी ठोस कारण के इस संस्थान पर छापा मारा, जिससे सत्तारूढ़ सरकार की बढ़ती बेचैनी स्पष्ट होती है। मैं सभी सरकारी अधिकारियों से अपील करता हूं कि वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन कानून के दायरे में रहकर करें। कानून का पालन सर्वोपरि है; अनावश्यक दबाव में न आएं और राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए अपनी ईमानदारी और निष्पक्षता से समझौता न करें।'
झारखंड के लिए क्या है अमित शाह का सियासी हथियार?
अमित शाह, झारखंड में खूब चुनावी रैलिया कर रहे हैं। वे यहां भी हिमंता और योगी आदित्यनाथ के नारों पर भाषण देते नजर आ रहे हैं। अमित शाह ने कसम ली है कि अगर बीजेपी सत्ता में आती है तो वे झारखंड में आदिवासी लड़किोयं की शादी करने वाले घुसपैठियों की जमीन को बचाने के लिए एक कानून लेकर आएंगे।
अमित शाह झारखंड में दावा कर रहे हैं कि अगर उनकी सरकार आती है तो वे झारखंड में वक्फ को आदिवासियों की जमीन नहीं हड़पने देंगे। वे यहां घुसपैठ और मुस्लिम तुष्टीकरण के इर्द-गिर्द ही अपना चुनावी कैंपेन बुन रहे हैं। माटी, बेटी और रोटी का नारा भी वे अपनी चुनावी सभाओं में दे रहे हैं।
झारखंड में कब है दूसरे चरण का चुनाव?
झारखंड विधानसभा चुनाव का पहला चरण बीत चुका है। राज्य की 43 सीटों के लिए 13 नवंबर को वोट पड़े थे। अब दूसरे और आखिरी चरण का मतदान 20 नवंबर को होगा। नतीजे 23 नवंबर को आएंगे।