लोगों का जन्मदिन होता है, उन्हें बधाइयां मिलती हैं। अगर कोई बड़ी हस्ती है तो उसके जन्मदिन की चर्चा 1 से 2 दिन तक चल सकती है लेकिन लालू यादव के जन्मदिन की चर्चा जमकर हो रही है। उन्हें तोहफे से 11 जून को मिले लेकिन ट्रोलिंग अब तक हो रही है। उनके जन्मदिन पर समर्थक गिफ्ट दे रहे हैं, लालू यादव, बेमन से कुर्सी पर बैठे नजर आ रहे हैं। लोग उन्हें उपहार सौंप रहे हैं, लालू यादव उन उपहारों को न तो ले रहे हैं, न ही कोई प्रतिक्रिया दे रहे हैं। एक उत्साही समर्थक ने उन्हें भीम राव आंबेडकर की तस्वीर थमाई तो हंगामा बरप गया।
लालू यादव और भीम राव आंबेडकर की तस्वीर पर अब जमकर सियासत हो रही है। भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस तक कर बैठे। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने यहां तक कह दिया कि अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों की उपेक्षा ही राष्ट्रीय जनता दल का असली चरित्र है। लालू यादव इतने बेखबर हो गए हैं कि उन्हें संविधान निर्माता बाबा साहेब आंबेडकर तक की इज्जत नहीं कर रहे हैं।
शहजाद पूनावाला, राष्ट्रीय प्रवक्ता, BJP
अनुसूचित जाति और दलितों का अपमान आरेजडी , कांग्रेस और इंडिया गठबंधन की पहचान है। जिस तरह से लालू प्रसाद यादव के पैरों के नीचे बीआर आंबेडकर की तस्वीर रखी गई और आबेडकर की छवि के साथ अभद्रता की गई, यह आरजेडी का मूल चरित्र है। आरजेडी की विचारधारा गैर-संवैधानिक है। उनके लिए बाबा साहेब नहीं बेटा बहुत महत्वपूर्ण है। आरजेडी के लिए जंगल राज और परिवार राज महत्वपूर्ण है, लेकिन संविधान के नियम महत्वपूर्ण नहीं हैं। आरजेडी बार-बार बाबा साहेब अंबेडकर और अनुसूचित जाति के लोगों का अपमान करता है।'
लालू यादव की तस्वीर पर हंगामा हो रहा है?
लालू यादव, 11 जून को अपने आवास पर थे। कुछ समर्थकों ने उन्हें तोहफे सौंपे। लालू यादव उन तोहफों को नजरअंदाज करते दिखे। लालू यादव पैर पर पैर चढ़ाकर बैठे थे। जब आरजेडी समर्थक भीम राव आंबेडकर की तस्वीर लेकर उनके पास पहुंचे, लालू यादव ने तोहफा नहीं लिया। समर्थक तस्वीर को पांव के पास ले गए, लालू यादव ने तब भी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। वहीं समर्थकों ने पैर के पास फोटो लेकर तस्वीर खिंचा ली। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।
दानिश इकबाल
बीजेपी, मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल
लालू प्रसाद यादव जी के जन्मदिन के दिन का वीडियो देखा। पूज्य बाबा साहब की एक तस्वीर लालू जी के पैरों के पास रखकर बधाई दी जा रही है। लालू जी और उनका परिवार इसको रोक भी नहीं रहा। इतना अहंकार? बाबा साहब से इतनी घृणा?
बीजेपी ने क्या कहा?
बीजेपी ने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट किया, 'बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के अपमान से आहत लोगों से माफी मांगने की जगह लालू प्रसाद यादव के बेटे और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव में अहंकार है। यह आरजेडी का चरित्र है।'
तेजस्वी यादव ने क्या कहा?
तेजस्वी यादव ने इस पर कहा है, 'कौन रखा है, कौन रखा है पैर के सामने कौन रखा है, कौन है आरजेडी का वर्कर।' आरजेडी के दूसरे नेताओं ने भी इसे साजिश बताया है। उनका कहना है कि इस तस्वीर के बहाने, लालू यादव और आरजेडी को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।