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कब और क्यों शुरू हुई चैंपियंस ट्रॉफी? जानें पूरा इतिहास

ICC चैंपियंस ट्रॉफी एक भारतीय के दिमाग की उपज है। इसकी शुरुआत कब और क्यों हुई थी? सब कुछ जानिए।

Champions Trophy

चैंपियंस ट्रॉफी। (फोटो - Afghanistan Cricket Board/X)

मिनी वर्ल्ड कप, आईसीसी नॉकआउट जैसे कई नामों से जाना जाने वाला चैंपियंस ट्रॉफी दुनिया भर में मौजूद क्रिकेट फैंस को रोमांचित करने के लिए कमर कस चुका है। टूर्नामेंट का नौवां संस्करण अगले साल (2025) फरवरी-मार्च में पाकिस्तान की मेजबानी में खेला जाएगा। लंबे समय तक चले घमासान के बाद इसका शेड्यूल आ गया है। भारत के मैच न्यूट्रल वेन्यू यानी दुबई में होंगे। पाकिस्तान डिफेंडिंग चैंपियन के तौर पर उतरेगा। उसने 2017 में खेले गए इस टूर्नामेंट के पिछले एडिशन में भारत को हराकर खिताब जीता था। चैंपियंस ट्रॉफी क्यों शुरू की गई और पहली बार कब और कहां हुई थी? चलिए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।


क्यों शुरू की गई चैंपियंस ट्रॉफी?

 

चैंपियंस ट्रॉफी कराने की दो वजहें थीं।

  • पहली वजह - इमर्जिंग या यूं कहें गैर-टेस्ट खेलने वाले देशों में क्रिकेट को लोकप्रिय बनाना था।
  • दूसरी वजह - 4 साल के अंतराल में होने वाले वर्ल्ड कप के बीच पैसा जुटाना था।

चैंपियंस ट्रॉफी आधुनिक भारतीय क्रिकेट एडमिनिस्ट्रेशन के भीष्म पितामह कहे जाने वाले जगमोहन डालमिया के दिमाग की उपज थी। जगमोहन डालमिया 1997 से 2000 तक आईसीसी के अध्यक्ष रहे थे। इसी कार्यकाल में उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी शुरू कराई थी। 

 

पहली बार कब और कहां हुई चैंपियंस ट्रॉफी?

 

चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन पहली बार 1998 में बांग्लादेश में हुआ। डिज्नीवर्ल्ड (फ्लोरिडा) और शारजाह के बाद बांग्लादेश इस टूर्नामेंट को होस्ट करने के लिए तीसरी पसंद थी। सारे मैच बंगबंधु नेशनल स्टेडियम ढाका में खेले गए थे। उस समय इसका नाम चैंपियंस ट्रॉफी नहीं बल्कि विल्स इंटरनेशनल कप था। क्रिकेट की बाइबल कही जाने वाली विजडन पत्रिका ने इसे मिनी वर्ल्ड कप नाम दिया। इस टूर्नामेंट से आईसीसी को 10 मिलियन डॉलर की कमाई हुई थी।


9 दिन में खेले गए 8 मैच

 

मेजबान होने के बावजूद बांग्लादेश की टीम पहली चैंपियंस ट्रॉफी में नहीं खेली थी। टूर्नामेंट नॉकआउट फॉर्मेट में 24 अक्टूबर से 1 नवंबर तक चला था। इन 9 दिनों में 8 मैच खेले गए थे। पहला मुकाबला न्यूजीलैंड और जिम्बाब्वे के बीच हुआ, जिसमें क्रिस हैरिस ने आखिरी गेंद पर चौका जड़कर कीवी टीम को जीत दिलाई थी। यह प्री-क्वार्टर फाइनल जैसा मैच था जिसे न्यूजीलैंड ने अपने नाम कर नॉकआउट स्टेज के लिए क्वालिफाई किया था। 

 

साउथ अफ्रीका ने जीता खिताब
 
नॉकआउट स्टेज (क्वार्टर फाइनल) में साउथ अफ्रीका, श्रीलंका, भारत और वेस्टइंडीज की टीमों ने अपने-अपने मैच जीतकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। पहला सेमीफाइनल साउथ अफ्रीका और श्रीलंका के बीच खेला गया, जिसे प्रोटियाज टीम ने DLS मेथड से 92 रन जीता था। दूसरे सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज ने भारत को 6 विकेट से हराकर फाइनल में प्रेवेश किया। खिताबी मुकाबले में साउथ अफ्रीका ने वेस्टइंडीज को 4 विकेट से मात देकर पहली चैंपियंस ट्रॉफी का विजेता बनने का गौरव हासिल किया था। हालांकि इसके बाद से साउथ अफ्रीकी टीम आईसीसी ट्रॉफी जीतने में कामयाब नहीं हो पाई है।

 

 

भारत का ऐसा रहा प्रदर्शन

 

मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने अपने पहले मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 44 रन से धोया दिया था। पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर टीम इंडिया ने सचिन तेंदुलकर के धमाकेदार शतक (128 गेंद में 141 रन) और अजय जडेजा (65 गेंद में 71) की बेहतरीन पारी मदद से निर्धारित 50 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 307 रन बनाए थे।

 

इसके जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम 48.1 ओवर में 263 रन पर ढेर हो गई। बल्ले से धमाल मचाने के बाद सचिन तेंदुलकर ने गेंद से कहर ढाते हुए कंगारू टीम के लोअर मिडिल ऑर्डर को तहस-नहस कर दिया था। सचिन ने 9.1 ओवर में 38 रन देकर 4 विकेट झटक भारत को सेमीफाइनल में पहुंचाया था। 

 

सेमीफाइनल मुकाबले में भारत को वेस्टइंडीज के खिलाफ 6 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए भारतीय टीम ने 246/6 का स्कोर खड़ा किया था, जिसे वेस्टइंडीज ने 18 गेंद शेष रहते हासिल कर लिया। 

 

उद्घाटन संस्करण में इन टीमों ने लिया हिस्सा

  1. साउथ अफ्रीका 
  2. वेस्टइंडीज
  3. भारत
  4. श्रीलंका
  5. ऑस्ट्रेलिया
  6. इंग्लैंड
  7. न्यूजीलैंड
  8. पाकिस्तान
  9. जिम्बाब्वे

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