भारतीय टीम पर्थ टेस्ट में जीत के बाद कैनबरा पहुंची है। एडिलेड में 6 दिसंबर से होने वाले डे-नाइट टेस्ट से पहले यहां उसे ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री-XI के खिलाफ दो दिवसीय अभ्यास मैच खेलना है। यह मुकाबला 30 नवंबर से पिंक बॉल से खेला जाएगा। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बाज ने भारतीय खिलाड़ियों के लिए संसद भवन में एक स्वागत समारोह आयोजित किया। इस मौके पर टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया की संसद में एक प्यारा सा भाषण दिया।
रोहित हाल ही में पैटरनिटी लीव से लौटे हैं। वह पर्थ में खेले गए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले मुकाबले में नहीं खेले थे। पर्थ टेस्ट के बीच उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की उड़ान भरी थी और कुछ ही दिनों पहले वह टीम इंडिया के साथ जुड़े हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की संसद में अपनी इस स्पीच में भारत-ऑस्ट्रेलिया के संबंधों को बहुत पुराना बताया और यहां की अलग-अलग संस्कृति की तारीफ की।
रोहित ने कहा, "भारत-ऑस्ट्रेलिया। हमारा काफी पुराना रिश्ता है, चाहे वो खेल हो या व्यापारिक संबंध। पिछले कई सालों से हमने यहां क्रिकेट खेलने और विभिन्न संस्कृतियों को एंजॉय किया है। जाहिर है कि ऑस्ट्रेलिया उन चुनौतीपूर्ण देशों में से एक है, जहां खिलाड़ियों के लिए क्रिकेट खेलना कठिन है, क्योंकि यहां के लोगों में जुनून है। हर खिलाड़ी में प्रतिस्पर्धा की भावना है। यही वजह है कि यहां आकर क्रिकेट खेलना हमेशा से एक बड़ी चुनौती रही है।"
रोहित की गैरमौजूदगी में तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने भारतीय टीम की कमान संभाली थी। बुमराह ने टीम इंडिया की सामने से अगुवाई करते हुए 295 रन से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। अब रोहित के हाथ में टीम की जिम्मेदारी होगी। उन्होंने इसी मोमेंटम को आगे बढ़ाने की बात कही। रोहित बोले, "हमें अतीत में और पिछले सप्ताह में यहां कुछ सफलता मिली है। हम उस लय को बनाए रखना चाहते हैं। हम ऑस्ट्रेलिया की संस्कृति का भी लुत्फ उठाना चाहते हैं।"
रोहित ने आगे कहा, "यहां के शहरों की विविधता एक अलग एहसास देती है। हम यहां आना पसंद करते हैं और अपनी ट्रिप का आनंद उठाते हैं। उम्मीद है कि अगले कुछ हफ्तों में हम ऑस्ट्रेलियाई जनता और यहां मौजूद भारतीय फैंस को एंटरनटेन करेंगे। यहां आकर हमारे लिए फैंस का सपोर्ट काफी अहम है।"