भारत और इंग्लैंड के बीच 5 टेस्ट मैचों की सीरीज की शुरुआत आज (20 जून) से हो रही है। एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के तहत खेली जा रही इस बहुप्रतीक्षित सीरीज का पहला मुकाबला लीड्स के हेडिंग्ले में होना है। इस मैच के लिए इंग्लैंड ने अपनी प्लेइंग-XI घोषित कर दी है लेकिन टीम इंडिया किस कॉम्बिनेशन के साथ उतरेगी यह अभी पता नहीं चल पाया है।
भारतीय टीम के नंबर 3 को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। वहीं तीसरे तेज गेंदबाज को लेकर भी चर्चाएं तेज हैं। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज का हेडिंग्ले में खेलना तय है। तेज गेंदबाजी युनिट में तीसरे स्पॉट के लिए आकाश दीप, प्रसिद्ध कृष्णा, अर्शदीप सिंह और हर्षित राणा के बीच टक्कर है।
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तीसरा तेज गेंदबाज क्यों है इतना अहम?
मोहम्मद शमी की गैरमौजूदगी में टीम इंडिया को बुमराह का नई गेंद का पार्टनर ढूंढना होगा। सिराज थोड़ी पुरानी गेंद (30 से 60 ओवर पुरानी गेंद) से डालते नजर आएंगे। 2021 दौरे पर वह पुरानी गेंद से असरदार साबित नहीं हुए थे। पुरानी गेंद से उनका औसत 27.8 से गिरकर 36.5 पर आ गया था। ऐसे में भारतीय टीम मैनेजमेंट को तीसरा पेसर ऐसा चाहिए होगा जो नई गेंद से भी डाल सके और पुरानी गेंद से भी अपनी छाप छोड़े।
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कौन होगा तीसरा तेज गेंदबाज?
तीसरे तेज गेंदबाज के रूप में प्लेइंग-XI में जगह बनाने की रेस में प्रसिद्ध कृष्णा सबसे आगे हैं। वह पुरानी गेंद से घातक साबित हो सकते हैं लेकिन उन्हें मौका मिलने पर सिराज को नई गेंद से डालना पड़ा सकता है, जो आंकड़ों को देखते हुए सही फैसला नहीं होगा।
अर्शदीप अच्छे विकल्प हो सकते हैं। वह नई गेंद को दोनों ओर स्विंग कराने की क्षमता रखते हैं। अर्शदीप का बाएं हाथ का एंगल भी कारगर साबित हो सकता है। हालांकि इंग्लिश काउंटी क्रिकेट में उनका प्रदर्शन उतना अच्छा नहीं रहा है। केंट के लिए खेलते हुए अर्शदीप का 5 मैचों में 42 का औसत है। इससे उनकी दावेदारी कमजोर पड़ सकती है।
आकाश दीप ने अपने छोटे से टेस्ट करियर में नई गेंद से प्रभावित किया है लेकिन उन्हें भारत के बाहर खुद को साबित करना होगा। उन्होंने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के दौरान ऑस्ट्रेलिया में 2 टेस्ट खेले, जिसमें उनका औसत 54 का रहा था। हर्षित राणा भी एक विकल्प हैं। हालांकि उनके लीड्स में उतरने की संभावना कम है। देखना अहम होगा कि लीड्स में टीम इंडिया इन चारों में से किस पर भरोसा जताती है।