विजय हजारे ट्रॉफी के लिए 17 दिसंबर को मुंबई की टीम का ऐलान किया गया। मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) ने 17 सदस्यीय स्क्वॉड से पृथ्वी शॉ को बाहर कर दिया। पृथ्वी सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी जीतने वाली मुंबई की टीम का हिस्सा थे। विजय हजारे ट्रॉफी के लिए नहीं चुने जाने के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर अपनी नाराजगी जाहिर की। पृथ्वी ने इंस्टाग्राम स्टोरी में अपने लिस्ट-ए के आंकड़ों को शेयर किया था। अब एमसीए के एक अधिकारी ने बताया है कि उन्हें टीम से ड्रॉप किए जाने की क्या वजहें रहीं।
एमसीए के अधिकारी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा कि वह लगातार अनुशासन तोड़ता रहा है और अपना दुश्मन खुद है। खराब फिटनेस, रवैये और अनुशासन मसले के कारण कई बार टीम को मैदान पर उसे छिपाने पर मजबूर होना पड़ता था। अधिकारी ने कहा, 'सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में हम दस फील्डरों के साथ खेल रहे थे क्योंकि पृथ्वी को छिपाना पड़ता था। गेंद उसके पास से निकल जाती थी और वह पकड़ नहीं पाता था।'
सीनियर खिलाड़ी भी थे नाराज
अधिकारी ने आगे कहा, 'बल्लेबाजी के दौरान भी उसे गेंद तक पहुंचने में दिक्कत हो रही थी। उसकी फिटनेस, अनुशासन और रवैया खराब है और अलग-अलग खिलाड़ी के लिए अलग नियम नहीं हो सकते। टीम में सीनियर खिलाड़ी भी उसके रवैये की शिकायत करने लगे थे।'
एमसीए के अधिकारी ने कहा कि सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान पृथ्वी नियमित तौर पर अभ्यास सत्रों से नदारद रहे और पूरी रात बाहर रहने के बाद सुबह छह बजे टीम होटल पहुंचते थे। वह अपनी प्रतिभा के साथ न्याय नहीं कर रहे हैं। इस तरह की सोशल मीडिया पोस्ट से उनका कुछ भला नहीं होने वाला।
पृथ्वी शॉ पर पहले भी अनुशासन का पालन नहीं करने का आरोप लगता रहा है। इन्हीं कारणों से उन्हें अक्टूबर में मुंबई की रणजी टीम से भी बाहर कर दिया गया था।