IPL 2025 में दमदार प्रदर्शन कर रही रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) घर में जीत के लिए तरस गई थी। आरसीबी ने लगातार 3 हार के बाद आखिरकार 24 अप्रैल को एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में सीजन की पहली जीत दर्ज कर की। उसने राजस्थान रॉयल्स को करीबी मुकाबले में 11 रन से हराया। आरसीबी 9 में से 6 मैच जीतकर पॉइंट्स टेबल में फिलहाल तीसरे स्थान पर है। रजत पाटीदार की कप्तानी में टीम ने घर के बाहर एक भी मुकाबला नहीं गंवाया है।
घर में खराब है आरसीबी का रिकॉर्ड
पहली आईपीएल ट्रॉफी का इंतजार कर रही रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में कुल 104 आईपीएल मैच खेले हैं, जिसमें 50 जीते हैं और 49 गंवाए हैं, जबकि 4 मुकाबले बेनतीजा रहे हैं। घर में 30 से ज्यादा मैच खेलने वाली टीमों में आरसीबी का तीसरा सबसे खराब रिकॉर्ड है। पहले नंबर पर पंजाब किंग्स और दूसरे नंबर पर दिल्ली कैपिटल्स है। ये दोनों टीमें भी कभी आईपीएल चैंपियन नहीं बन पाई हैं।
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ट्रॉफी जीतने के लिए घर में अच्छा प्रदर्शन कितना जरूरी?
आईपीएल इतिहास की दो सबसे सफल टीमों चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और मुंबई इंडियंस (MI) का अपने घरेलू मैदान पर शानदार रिकॉर्ड है। CSK ने जहां अपने घर में 112 में से 72 मैच जीते हैं वहीं MI ने अपने होम ग्राउंड पर 114 में से 67 मुकाबलों में बाजी मारी है। कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने भी अपने घर में 109 में से 62 मैच जीते हैं। इन तीनों टीमों ने मिलकर आईपीएल के 17 सीजन में 13 खिताब अपने नाम किए हैं, जिसे देखते हुए कहा जा सकता है कि आईपीएल चैंपियन बनने के लिए होम ग्राउंड को किले में तब्दील करना जरूरी है।
हालांकि यह पूरा सच नहीं है। राजस्थान रॉयल्स अपने घरेलू मैदान पर बेहतरीन रिकॉर्ड रखने वाली टीम है। उसने घर में 96 में से 57 मैच जीते हैं, फिर भी वह 2008 के बाद से दोबारा आईपीएल ट्रॉफी नहीं उठा पाई है।
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घर में खराब प्रदर्शन के भी चैंपियन बनीं ये टीमें
केकेआर का भले ही अपने होम ग्राउंड पर ओवरऑल रिकॉर्ड काफी शानदार है लेकिन 2012 में जब वह पहली बार चैंपियन बनी तो उसने घर में 8 में से 3 ही मैच जीते थे। उसे 4 मैचों में हार मिली थी, जबकि एक मैच बारिश के कारण रद्द हो गया था। सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) ने भी 2016 में कुछ ऐसा ही किया था। डेविड वॉर्नर की कप्तानी में टीम ने आरसीबी को फाइनल में हराकर ट्रॉफी अपने नाम किया। SRH ने उस सीजन अपने होम ग्राउंड पर 7 में से 3 ही मैचों जीत दर्ज की थी।
2012 सीजन में केकेआर का घरेलू मैदान पर प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था लेकिन उसने घर से बाहर जाकर जीत हासिल की और पॉइंट्स टेबल में टॉप-2 में फिनिश किया। आईपीएल खिताब जीतने के लिए टॉप-2 में रहना बेहद अहम रहता है क्योंकि फाइनल में पहुंचने के लिए दो मौके मिलते हैं। 2011 में सेमीफाइनल की जगह प्लेऑफ का नियम लागू किए जाने के बाद से SRH इकलौती ऐसी टीम है, जिसने टॉप-2 में फिनिश नहीं करने के बावजूद ट्रॉफी अपने नाम किया। ऐसे में आरसीबी को खिताबी खत्म करने के लिए हर हाल में पॉइंट्स टेबल में नंबर एक या दो पर रहना होगा। इसके लिए उसे दूसरी टीमों को उनके घर में जाकर हराने के अलावा एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में भी जीत हासिल करना होगा।