भारत के पूर्व क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा मुश्किलों में फंस गए हैं। कथित प्रोविडेंट फंड (PF) धोखाधड़ी मामले में उनके खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया गया है। उथप्पा पर आरोप है कि उन्होंने अपने कर्मचारियों की सैलरी से पैसे काटे लेकिन उनके पीएफ अकाउंट में जमा नहीं किया। उथप्पा को बकाया चुकाने के लिए 27 दिसंबर तक का समय दिया गया है। अगर वो समय से अपने कर्मचारियों के पीएफ अकाउंट में पैसे जमा नहीं करते हैं तो उन्हें गिरफ्तारी का सामना करना पड़ सकता है।
जानें पूरा मामला
रॉबिन उथप्पा सेंचुरीज लाइस्टालइल ब्रांड प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी चलाते हैं। यह कंपनी कर्मचारियों के वेतन से काटे गए 23 लाख रुपए उनके पीएफ अकाउंट में जमा करने में विफल रही। जिसके बाद उथप्पा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है। यह वारंट पीएफ रीजनल कमिश्नर शदाक्षर गोपाल रेड्डी ने जारी किया है। इसमें पूर्वी बेंगलुरु की पुलकेशीनगर पुलिस को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।
इसी महीने की 4 तारीख को पीएफ कमिश्नर ने एक पत्र में पुलिस को वारंट पर अमल करने का निर्देश दिया था। हालांकि इसे पीएफ ऑफिस में वापस भेज दिया गया क्योंकि जो पता बता बताया गया था, वहां उथप्पा पिछले कुछ सालों से नहीं रह रहे हैं। कथित तौर पर वह अपनी फैमिली के साथ दुबई शिफ्ट हो गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने पीएफ ऑफिस को ये भी जानकारी दे दी है कि अब ये मामला उनके दायरे में नहीं आता।
ऐसा है उथप्पा का करियर
रॉबिन उथप्पा ने टीम इंडिया के लिए 2006 में डेब्यू किया था। वह 2007 में टी20 वर्ल्ड कप खिताब जीतने वाली भारतीय टीम का अहम हिस्सा थे। उथप्पा ने भारत के लिए 46 वनडे और 13 टी20I मुकाबले खेले। वनडे में उन्होंने 934 रन बनाए, वहीं टी20I में उनके बल्ले से 249 रन निकले। उथप्पा के नाम आईपीएल में तकरीबन 5 हजार रन हैं। वह कोलकाता नाइट राइडर्स और चेन्नई सुपर किंग्स के साथ आईपीएल खिताब भी जीत चुके हैं। उथप्पा ने आखिरी इंटरनेशनल मुकाबला 2015 में खेला था। साल 2022 में उन्होंने भारतीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी।