घरेलू टी20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (SMAT) 2024 में अजिंक्य रहाणे ने गदर काट रखा है। आंध्र और विदर्भ को कूटकर आ रहे मुंबई की टीम के सीनियर बल्लेबाज रहाणे सेमीफाइनल में बड़ौदा पर बरस पड़े। उन्होंने 158 के रन चेज में 56 गेंद में 98 रन की आतिशी पारी खेली, जिसमें 11 चौके और 5 छक्के शामिल रहे। बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में रहाणे की पारी की बदौलत मुंबई ने 6 विकेट से जीत दर्ज कर फाइनल का टिकट कटाया। रहाणे को प्लेयर ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया।
रन चेज के दौरान आखिरी पलो में अजिंक्य रहाणे और सुर्यकुमार यादव क्रीज पर थे। रहाणे जब 94 रन पर खेल रहे थे, तब मुंबई को जीत के लिए 23 गेंद में 6 रन की जरूरत थी। 16वें ओवर की दूसरी गेंद को उन्होंने स्वीपर कवर एरिया में खेलकर सिंगल लेना चाहा, लेकिन नॉन स्ट्राइक एंड पर खड़े सूर्या ने मना कर दिया। सूर्या चाहते थे कि रहाणे स्ट्राइक पर रहकर बाकी के रन बनाएं और अपना शतक पूरा करें। भारतीय टी20 टीम के कप्तान का ये जेस्चर फैंस को बहुत पसंद आया और पूरा स्टेडियम उनको चीयर करने लगा। सोशल मीडिया पर सूर्या की खूब तारीफ हुई।
सेंचुरी नहीं बना पाए रहाणे
अजिंक्य रहाणे के पास शतक लगाने का पूरा समय था, लेकिन वह दुर्भाग्यशाली रहे। सूर्या के सिंगल लेने से मना करने के बाद अगली ही गेंद पर चौका जड़कर रहाणे 98 पर पहुंचे। इसके बाद की गेंद डॉट रही और उसके अगली वाली वाइड। स्कोर बराबर हो चुका था। अब बाउंड्री के सहारे ही रहाणे शतक पूरा कर सकते थे। उन्होंने ओवर की पांचवीं गेंद पर बड़ा शॉट लगाने का प्रयास किया, लेकिन गेंद वहीं उठ गई और विकेटकीपर विष्णु सोलंकी ने आसान सा कैच लपक लिया। रहाणे लगातार तीसरे मैच में सेंचुरी से चूके। आंध्र के लिए खिलाफ उन्होंने 54 गेंद में 95 और क्वार्टरफाइनल में विदर्भ के सामने 45 गेंद में 84 रन बनाए थे। ये दोनों पारियां बड़े रन चेज में आई थीं।
पंड्या ब्रदर्स का टूटा दिल
मैच की बात करें तो मुंबई के कप्तान श्रेयस अय्यर ने टॉस जीतकर बड़ौदा को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया। शिवालिक शर्मा (24 गेंद में 36*), शाश्वत रावत ( 29 गेंद में 33) और कप्तान क्रुणाल पंड्या (24 गेंद में 30) की बदौलत बड़ौदा की टीम ने 7 विकेट के नुकसान पर 158 रन बनाए। हार्दिक पंड्या 6 गेंद में 5 रन ही बना सके। रहाणे और अय्यर (30 गेंद में 46) की धांसू पारियों के बूते मुंबई ने 17.2 ओवर में ही टारगेट हासिल कर लिया। हार्दिक ने 4 ओवर में 29 रन देकर एक विकेट लिया, वहीं उनके बड़े भाई खाली हाथ रहे। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में पिछले साल फाइनल में पंजाब से दिल तोड़ने वाली हार झेलने वाली बड़ौदा की टीम इस बार सेमीफाइनल तक का ही सफर तय कर पाई।