गाबा टेस्ट की पहली पारी में भारतीय टीम का टॉप ऑर्डर पूरी तरह से बिखर गया। मुकाबले के तीसरे दिन (सोमवार) ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के स्कोर 445 रन के जवाब में उतरी टीम इंडिया ने 22 रन पर 3 बड़े विकेट गंवा दिए। यशस्वी जायवसाल (4), शुभमन गिल (1) और विराट कोहली (3) फिर से फ्लॉप रहे। गिल और कोहली बेहद खराब शॉट खेलकर आउट हुए। दोनों बल्लेबाज ऑफ स्टंप से बाहर की गेंद पर ड्राइव लगाने के प्रयास में अपना विकेट फेंककर चलते बने। कोहली इस सीरीज में लगातार चौथी बार ऑफ स्टंप से बाहर की गेंद पर पवेलियन लौटे।
एक ही तरीके से बार-बार आउट होने के चलते विराट कोहली की काफी आलोचना हो रही है। दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने कोहली को सलाह दी है कि वे ड्राइव लगाने का प्रयास नहीं करें। केवल सीधे बल्ले से खेलें और अपनी मजबूत कलाइयों के सहारे मिडऑन-मिडविकेट की दिशा में खेलकर रन तलाशें।
गाबा में टीम इंडिया के शीर्षक्रम बिखरने के बाद पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने बैटिंग कोच की भूमिका पर सवाल उठाया। उन्होंने ट्वीट कर पूछा कि क्यों 'कुछ खिलाड़ियों' की तकनीकी खामी अब तक ठीक नहीं हो पाई है? मांजरेकर ने X पर लिखा, 'मुझे लगता है कि भारतीय टीम के बैटिंग कोच की भूमिका की चांज का वक्त आ गया है। आखिर क्यों कुछ भारतीय बल्लेबाजों की मेजर तकनीकी खामी अब तक ठीक नहीं हो पाई है।'
कोहली पर फिर बरसे मांजरेकर?
इस टीम इंडिया के साथ कोई बैटिंग कोच नहीं है। गौतम गंभीर हेड कोच हैं जबकि अभिषेक नायर और रायन टेन डेशकाटे बतौर असिस्टेंट कोच जुड़े हुए हैं। ऐसे में माना जा रहा कि संजय मांजरेकर ने बैटिंग कोच के बहाने विराट कोहली पर निशाना साधा है। ऐसा इसलिए क्योंकि एडिलेड टेस्ट की पहली पारी में जब कोहली स्लिप में लपके गए थे, तो मांजरेकर ने उनके आउट होने के तरीके पर निराशा जताई थी। मांजरेकर ने ऑफ स्टंप के बाहर की गेंद पर अपने खेल में सुधार नहीं करने को लेकर कोहली की आलोचना भी की थी।
मांजरेकर ने X पर लिखा था, 'विराट का औसत गिरकर 48 पर आने के पीछे की बड़ी वजह ऑफ स्टंप के बाहर की उनकी कमजोरी है। लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात ये है कि इससे निपटने के लिए कोई अन्य तरीका न अपनाने की उनकी जिद है।'