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भारत के खिलाफ शतक ठोकने वाले सैम कोनटास कौन हैं? BGT में मिलेगा मौका?

सैम कोनटास ने पिंक बॉल से खेले जा रहे प्रैक्टिस मैच में टीम इंडिया के खिलाफ 90 गेंद में अपनी सेंचुरी पूरी की। उन्हें पर्थ टेस्ट के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम में नहीं चुना गया था। उनकी जगह मिडिल ऑर्डर के नाथन मैक्सवीनी ने ओपनिंग की थी।

Sam Konstas Century Celebration

शतक पूरा करने वाले जश्न मनाते सैम कोनटास। (फोटो - @cricketcomau)

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) का दूसरा टेस्ट 6 दिसंबर से एडिलेड में खेला जाना है। यह डे-नाइट मैच होगा, जो पिंक बॉल से खेला जाएगा। इससे पहले टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया की प्राइम मिनिस्टर XI के बीच दो दिवसीय अभ्यास मैच खेला जा रहा है। कैनबरा के मानुका ओवल में यह मुकाबला पिंक बॉल से हो रहा है। इस मुकाबले का पहला दिन बारिश की वजह से धूल गया था। 

 

ऐसे में दूसरे दिन 50-50- ओवर का मैच खेलने का फैसला किया गया। पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर ऑस्ट्रेलियाई प्राइम मिनिस्टर XI के ओपनर सैम कोनटास ने बेहतरीन शतकीय पारी खेली। उन्होंने 97 गेंद में 107 रन बनाए, जिसमें 14 चौके और एक छक्का शामिल रहा। उनकी पारी की मदद से PM-XI 240 रन का स्कोर खड़ा किया।

एक तरफ दूसरे बल्लेबाज भारत की गेंदबाजी के सामने संघर्ष करते नजर आए, वहीं कोनटास ने जबरदस्त लय दिखाई। 19 साल के इस बल्लेबाज महज 90 गेंद में सैकड़ा जड़ दिया। कोनटास ऑस्ट्रेलिया के BGT स्क्वॉड में बतौर ओपनर जगह बनाने के प्रमुख दावदार माने जा रहे थे, लेकिन उनके ऊपर नाथन मैक्सवीनी को तरजीह दी गई। मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाज मैक्सवीनी को पर्थ टेस्ट में डेब्यू करने का मौका भी मिला, लेकिन वह पारी की शुरुआत करते हुए बुरी तरह फ्लॉप हुए। उन्होंने पहली में 10 रन बनाए थे, जबकि दूसरी पारी में वह खाता भी नहीं खोल सके। दोनों बार वह जसप्रीत बुमराह का शिकार बने। 

 

मार्नस लाबुशेन भी पर्थ में कुछ खास नहीं कर सके थे। लंबे समय से उनके बल्ले से अच्छी पारी नहीं आई है। ऐसे में सैम कोनटास को भारत के खिलाफ आगामी टेस्ट मैचों के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम से बुलावा आ सकता है। दाएं हाथ के बल्लेबाज कोनटास घरेलू सर्किट में अपने बल्ले से ढेर सारा रन बरसा चुके हैं।

 

रिकी पोंटिंग के क्लब में शामिल हो चुके हैं कोनटास

 

ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट सर्किल में कोनटास की पिछले काफी समय से खूब चर्चा है। उनमें बड़ी संभावनाएं देखी जा रही हैं। शेफील्ड शील्ड के पहले मैच में न्यू साउथ वेल्स के लिए खेलते हुए कोनटास ने साउथ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दोनों पारियों में शतक जड़ दिया था। वह रिकी पोटिंग (1993) के बाद शेफील्ड शील्ड में ऐसा करने वाले सबसे कम उम्र के प्लेयर बने थे। कोनटास के नाम अंडर-19 वर्ल्ड कप शतक भी दर्ज है।

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