दो साल से अधिक समय से हिंसा की आग में सुलगते मणिपुर से बड़ी खबर आ रही है। यहां बिष्णुपुर जिले में शुक्रवार शाम को अर्धसैनिक बल के वाहन को हथियारबंद लोगों ने निशाना बनाया। हमले में असम राइफल्स के दो जवानों की जान गई है। 5 अन्य घायल हैं। जिन्हें स्थानीय लोगों की मदद से अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के मुताबिक असम राइफल्स का काफिला राजधानी इंफाल से बिष्णुपुर की तरफ जा रहा था। इसी वक्त बंदूकधारियों ने घात लगाकर सुरक्षाबलों के वाहन पर हमला किया। घटना नांबोल सबल लेईकाई इलाके में शाम लगभग 6 बजे हुई।
मणिपुर के वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि असम राइफल्स के दो जवानों की जान गई है। इनमें एक जेसीओ और एक जवान हैं। हमला करने के बाद उग्रवादी एक सफेद वैन से भाग निकले। जवानों ने संयम के साथ जवाबी कार्रवाई की, ताकि व्यस्त सड़क पर कोई नागरिक हताहत न हो। सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। इंफाल स्थित रिम्स में पांच जवानों का इलाज जारी है।
सुरक्षा बलों ने छह उग्रवादियों को पकड़ा
मणिपुर में सुरक्षा बलों ने छह उग्रवादियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। इंफाल घाटी के तीन जिलों में सुरक्षाबलों ने यह कार्रवाई की है। अधिकारियों के मुताबिक सभी की गिरफ्तारी गुरुवार को हुई है। प्रतिबंधित कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी के तीन सक्रिय कार्यकर्ताओं को इंफाल पश्चिम जिले से पकड़ा गया है।
तीनों की पहचान लीशांगथेम टंडन सिंह (34), लीशांगथेम आनंद सिंह (34) और हेइखम हेमचंद्र सिंह (41) के तौर पर हुई है। इनके पास से 2 एसएलआर राइफल, 2 संशोधित.303 राइफल, एक इंसास राइफल, नौ मैगजीन और 99 कारतूस मिले हैं। कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़े एक अन्य उग्रवादी को इंफाल पूर्व के एंड्रो से दबोचा गया है। थौबल जिले से पीआरईपीएके से जुड़े एक उग्रवादी और समाराम मयाई लीकाई से सोरेपा संगठन से जुड़े शख्स को पकड़ा गया है।
गिरफ्तारी के खिलाफ बिष्णुपुर में विरोध प्रदर्शन
उधर, बिष्णुपुर जिले के निंगथौखोंग कस्बे में शुक्रवार को लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। एक व्यक्ति की गिरफ्तारी के बाद लोगों की भीड़ जुटी। इसमें बड़ी संख्या में महिलाओं ने हिस्सा लिया। करीब तीन घंटे तक तिद्दिम रोड पर जाम जैसी स्थिति रही। दरअसल, सुरक्षाबलों ने अवैध गतिविधियों के आरोप में थोकचोम रोमेन नाम के व्यक्ति को पकड़ा था।
गुरुवार शाम 7 बजे के आसपास उसकी गिरफ्तारी हुई। अगले दिन यानी शुक्रवार को उसके समर्थन में भीड़ सड़क पर आ जुटी। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि रोमेन की गिरफ्तारी मनमाने तरीके से की गई है। अधिकारियों के साथ बैठक के बाद प्रदर्शनकारियों ने अपनी नाकाबंदी हटा ली। हालांकि उन्होंने रोमेन की तत्काल रिहाई की मांग की।