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50% तक बढ़ा बेंगलुरु मेट्रो का किराया, 3 दिन में कम हुए 1 लाख यात्री

बेंगलुरू मेट्रो के किराए में बढ़ोतरी के बाद लोगों में नाराजगी दिखाई दी है। जिसके चलते है, 3 दिन में लगभग 11% यात्रियों की संख्या कम हुई है।

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सांकेतिक चित्र।(Photo Credit: PTI File Photo)

बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BMRCL) ने 9 फरवरी से मेट्रो के नए किराया शुल्क लागु किया, जिसके बाद पिछले तीन दिनों में मेट्रो की सवारी में लगभग 11 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है। आमतौर पर पर BMRCL हर दिन 8 लाख से ज्यादा यात्रियों की संख्या दर्ज करता है लेकिन किराए में बढ़ोतरी के बाद इसमें लगभग 1 लाख यात्रियों की कमी देखी गई है।

किराया वृद्धि के बाद यात्रियों की संख्या में गिरावट

BMRCL द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के में बताया गया कि 9 फरवरी को मेट्रो ने 8.6 लाख यात्रियों की सवारी दर्ज की थी, जबकि 10 फरवरी को यह घटकर 8.2 लाख हो गई, जिसमें 4 प्रतिशत की गिरावट आई। इसके बाद 11 फरवरी को यह संख्या और ज्यादा घटकर 7.7 लाख हो गई, जिसमें 5 प्रतिशत की कमी आई। साथ ही 12 फरवरी को 7.6 लाख यात्रियों ने ही मेट्रो में सवारी की। ऐसे में 9 से 12 फरवरी के बीच मेट्रो में यात्रा करने वालों की कुल गिनती में 1 लाख की गिरावट दर्ज की गई, जो 11.63 प्रतिशत की गिरावट है।

 

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किराए में बढ़ोतरी से जनता में देखी गई नाराजगी

मेट्रो किराए में हुए बढ़ोतरी के बाद जनता में काफी नाराजगी देखी गई, जिसके चलते कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने BMRCL के प्रबंध निदेशक महेश्वर राव से किराए की समीक्षा करने और इसे कम करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि किराया बढ़ाने की वजह से कई रूटों पर शुल्क दोगुनी हो गए हैं, जिसकी वजह से यात्रियों को परेशानी हो रही है। मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि जनता के हितों की रक्षा की जानी चाहिए और असामान्य रूप से बढ़े हुए किराए को कम किया जाना चाहिए।

 

इसके अलावा, 'सेव बेंगलुरु कमेटी' नाम के कई संगठनों के एक समूह ने भी 15 फरवरी को इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की योजना बनाई है। कई यात्रियों ने भी इस बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग की है।

केंद्र सरकार से दखल की मांग

बेंगलुरु दक्षिण के सांसद तेजस्वी सूर्या ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी और कांग्रेस सरकार से केंद्र सरकार को एक पत्र लिखने का अनुरोध किया, जिसमें बढ़ाए गए किराए की जांच के लिए एक नई समिति गठित करने की मांग की जाए। सूर्या ने इस मामले पर कहा कि मेट्रो को एक किफायती परिवहन की तरह ही प्रोत्साहित किया जाना चाहिए ताकि शहर के बढ़ते यातायात संकट का कोई समाधान किया जा सके। उन्होंने आगे बताया कि केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने भी इस बढ़ाए गए किराए की जांच करने में और इसपर जरूरी कदम उठाने की मांग में समर्थन देने का आश्वासन दिया है।

 

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किराया बढ़ाए जाने के पीछे क्या है वजह

BMRCL ने 9 फरवरी को अपने किराए में 50 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई, जिससे बेंगलुरु देश का सबसे महंगा मेट्रो किराए वाला शहर बन गया। अब अधिकतम किराया 90 रुपए हो गया है।  मीडिया से बात करते हुए BMRCL के मैनेजिंग डायरेक्टर महेश्वर राव ने कहा कि वे इस विरोध को सकारात्मक रूप से ले रहे हैं और बढ़ाए गए किराए से जुड़ी सभी समस्याओं को दूर करने के लिए इसकी समीक्षा करेंगे। BMRCL ने यह भी स्पष्ट किया कि किराया बढ़ाना जरूरी था क्योंकि उन्हें सालाना 500 से 800 करोड़ रुपए तक का कर्ज चुकाना के साथ-साथ कई और भी प्रोजेक्ट पर काम करने है।

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