चुनाव आयोग ने बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (बीएमसी) चुनावों की घोषणा कर दी है। घोषणा के मुताबिक चुनाव 15 जनवरी 2026 को करवाए जाएंगे और 16 जनवरी 2026 को इसका नतीजा आएगा। कुल 10,111 पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे और मतदान के लिए 1 जुलाई 2025 को रिवाइज किए गए इलेक्टोरल रोल को आधार बनाया जाएगा। उम्मीदवार 23 दिसंबर से लेकर 30 दिसंबर के बीच नॉमिनेशन फाइल कर सकेंगे। नॉमिनेशन को वापस लेने की तारीख 2 जनवरी 2026 तक रहेगी। चुनाव चिह्न 3 जनवरी, 2026 को दिया जाएगा।
चुनाव एक ही चरण में होंगे और पोलिंग ग्रेटर मुंबई क्षेत्र के 227 वार्ड्स में कराई जाएगी। इस बात की जानकारी सोमवार को शाम 4 बजे राज्य चुनाव आयुक्त दिनेश वाग्मारे और सचिव सुरेश काकानी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी। 29 में से 28 नगर निगमों में मल्टी-मेंबर वॉर्ड होंगे। उम्मीद है कि वोटिंग में 3 करोड़ 48 लाख की बड़ी बढ़ोतरी होगी। अकेले मुंबई में 10,111 पोलिंग स्टेशन हैं।
ऑफलाइन जमा होंगे फॉर्म
राज्य चुनाव आयोग के हालिया निर्देशों के अनुसार, चुनावों के लिए नॉमिनेशन फॉर्म ऑफलाइन जमा करने होंगे। इससे पहले, 27 नवंबर को महाराष्ट्र राज्य चुनाव आयोग (SEC) ने राज्य भर के 29 नगर निगमों में वोटर लिस्ट को फाइनल करने की समय सीमा बढ़ा दी थी। इस कदम का मकसद वोटर वेरिफिकेशन के लिए अतिरिक्त समय देना और चुनावी लिस्ट की सटीकता सुनिश्चित करना है।
साल 2017 में हुए पिछले नगर निगम चुनाव में शिव सेना की जीत हुई थी। तब तक शिव सेना बंटी नहीं थी। उसे कुल 84 सीटें मिली थीं जबकि बीजेपी और कांग्रेस को क्रमशः 82 और 21 सीटें मिली थीं। इसके बाद, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के सात में से छह कॉर्पोरेटर शिवसेना में शामिल हो गए थे। 2022 में शिव सेना में फूट पड़ने के बाद, 2017 में चुनाव जीतने वाले लगभग 26 पूर्व कॉर्पोरेटर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे वाले शिवसेना गुट में शामिल हो गए।
कांग्रेस ने लगाए आरोप
वहां कांग्रेस ने फिर आयोग पर एक बार सवालिया निशान खड़ा किया है। महाराष्ट्र के कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने कहा कि चुनाव आयोग सरकार के हाथों की कठपुतली हो गया है। उन्होंने कहा, 'जिस तरह से वे महत्त्वपूर्ण मुद्दों की अनदेखी कर रहे हैं उससे सिद्ध होता है कि हमारे द्वारा लगाए गए आरोप सही हैं।'
2022 को खत्म हो गया कार्यकाल
BMC में चुने हुए कॉर्पोरेटरों का कार्यकाल आधिकारिक तौर पर मार्च 2022 में खत्म हो गया, जिसके बाद नए चुनाव होने तक शहर के मामलों को चलाने के लिए नगर आयुक्त को प्रशासक नियुक्त किया गया।
सुप्रीम कोर्ट ने राज्य चुनाव आयोग को 31 जनवरी 2026 तक सभी स्थानीय निकाय चुनाव पूरे करने का निर्देश दिया, क्योंकि ये चुनाव 2022 से लंबित हैं। 2025-26 के लिए BMC का अनुमानित बजट 74,427 करोड़ रुपये है, और खर्च 43,162 करोड़ रुपये है, जो विकास परियोजनाओं के लिए आवंटित कुल बजट का 58 प्रतिशत है।