चंडीगढ़ में 25 साल का युवक आयुष्मान योजना के जरिए धोखाधड़ी करते हुए पकड़ा गया है। युवक पर आयुष्मान भारत योजना के जरिए PGIMER की अमृत फार्मेसी से महंगी दवाएं फ्री में हासिल कर रहा था। इसके लिए उसने अस्पताल के फर्जी स्टैंप और इंडेंट बुक्स का इस्तेमाल किया।
ऐसे पकड़ में आया युवक
गिरफ्तार युवक का नाम रमन है और वो हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले का रहने वाला है। जानकारी के मुताबिक, रमन ने दो से तीन के भीतर अलग-अलग मरीजों के नाम पर 30 से 35 हजार की दवाइयां मुफ्त में ले लीं। तीसरी बार रमन जब फिर दवा लेने फार्मेसी पहुंचा तो वो मरीज और डॉक्टर के बारे में नहीं बता पाया। फार्मेसी वालों को शक हुआ तो उसने भागने की कोशिश की लेकिन उसे PGIMER के सिक्योरिटी गार्ड्स ने पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।
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केस दर्ज कर जांच शुरू
जब युवक की जांच की गई तो उसके पास यूरोलॉजी डिपार्टमेंट की इंडेंट बुक और 8 स्टैंप मिले। इसके बाद पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 341(3) के तहत केस दर्ज कर लिया है। PGIMER के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट विपिन कौशल ने बताया कि पुलिस की जांच के साथ-साथ इंटरनल इन्क्वायरी भी चल रही है कि किसी बाहरी व्यक्ति तक ये स्टैंप और इंडेंट बुक कैसे पहुचे।
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क्या है आयुष्मान योजना?
मोदी सरकार ने 2018 में आयुष्मान भारत योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत पात्र परिवारों को हर साल 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज और दवाइयां मिलती हैं। 2 हजार रुपये से ज्यादा की कीमत वाली दवाओं के लिए मरीजों को डॉक्टर के स्टैंप के साथ-साथ इंडेंट बुक में डॉक्टर के पर्चे की जरूरत होती है।