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खाटू श्याम के भक्तों को जुए के नाम पर लूटने वाले गैंग का पर्दाफाश

खाटू श्याम में दर्शन करने आए भक्तों को जुए के नाम पर लूटने वाले गैंग का पर्दाफाश हुआ है। पढ़िए पूरी रिपोर्ट।

Image of gambling

सांकेतिक चित्र(Photo Credit: AI Image)

राजस्थान के सीकर जिले में स्थित रींगस रेलवे पर एक बड़े गैंग के पर्दाफाश हुआ है, जो खाटू श्याम मंदिर में आइए भक्तों को जुआ खेलने के बहाने लूटते थे। एक रिपोर्ट के मुताबिक, रींगस रेलवे स्टेशन पर दिल्ली और मध्य प्रदेश का गैंग सक्रिय था जो लोगों को पैसे डबल करने का लालच देकर पैसा लूट लिया जाता है।

 

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, स्टेशन पर गैंग लोगों को एक खेल के बहाने पैसा दोगुना करने का लालच देती है। जब इस खेल में तीन प्लास्टिक की पीली प्लेटें इस्तेमाल होती थीं। ऊपर से सभी एक जैसी दिखती हैं लेकिन नीचे से एक में लाल, एक में काले और एक में पीले रंग का निशान होता है। लोगों को लाल रंग वाली प्लेट पहचाननी होती है। अगर वह सही पहचानता है तो दोगुना पैसा मिलता है लेकिन अगर गलत चुना, तो सारा पैसा चला जाता है। असल में, प्लेटों को इतनी तेजी और चालाकी से घुमाया जाता है कि कोई भी सही नहीं चुन पाता। यह पूरी तरह से एक फर्जी जुआ था।

 

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विरोध करने पर डराया धमकाया जाता था

अगर कोई व्यक्ति हारने के बाद विरोध करता है या पैसा देने से मना करता है, तो गैंग के लोग मारपीट पर उतर आते हैं। चूंकि अधिकतर लोग अपने परिवार के साथ होते हैं, वे झगड़े से बचने के लिए चुपचाप ठगी सह लेते हैं। इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि 18 से 21 जुलाई के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ में कई लोगों को इस तरह ठगा गया। कुछ लोगों ने 112 पर पुलिस को फोन भी किया लेकिन तब तक यह गैंग मौके से फरार हो गई।

गैंग का तरीका

  • टारगेटिंग: ये लोग खासकर उन श्रद्धालुओं को निशाना बनाते हैं जो परिवार के साथ आते हैं और विरोध करने से कतराते हैं।
  • झांसा देना: गैंग के लोग आपस में बहस करने का नाटक करते हैं ताकि लोगों को लगे कि खेल असली है।
  • लालच का जाल: कुछ सदस्य नकली विजेता बनकर पैसे जीतते हुए दिखते हैं ताकि असली लोग भी खेलने के लिए प्रेरित हों।

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  • सतर्कता: गली के कोनों पर कुछ लोग तैनात रहते हैं जो पुलिस की मौजूदगी का इशारा करते ही पूरे गिरोह को वहां से भगा देते हैं।
  • निगरानी: कुछ लोग यह भी देखते हैं कि कोई वीडियो तो नहीं बना रहा या पुलिस को फोन तो नहीं कर रहा।
  • धमकियां: स्थानीय दुकानदार या लोग अगर विरोध करते हैं, तो उन्हें वहीं या उनके घर जाकर धमकाया जाता है।

इस मामले में पुलिस ने 7 लोगों को हिरासत में लिया है। साथ ही इस मामले पर अभी और जांच जारी है।

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