मध्य प्रदेश की राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी अपने भाई के कारण एक विवाद में फंस गई हैं। उनके सगे भाई अनिल बागरी को गांजा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने गांजा तस्करी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए करीब 46 किलो गांजा जब्त किया। पुलिस ने तस्करी के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एक कार भी जब्त की और अनिल बागरी के साथ उनके एक साथी को भी गिरफ्तार किया। भाई की गिरफ्तारी के बारे में एक पत्रकार ने जब मंत्री प्रतिमा बागरी से सवाल किया तो वह सवाल से भागती हुई नजर आईं।
प्रतिमा बागरी से एक पत्रकार ने सवाल किया कि आपके भाई गांजा तस्करी के आरोप में पकड़े गए हैं इस पर आप क्या कहना चाहेंगी। यह सवाल उस समय किया गया जब मंत्री सीएम मोहन यादव के साथ हुई समीक्षा बैठक के बाद बाहर निकल रही थीं। पत्रकार ने उनसे सवाल किया तो उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा , 'जबरदस्ती की बात क्यों करते हो?' पत्रकार ने उनसे इस मामले में अपना पक्ष रखने के लिए कहा लेकिन प्रतिमा बागरी बिना सवाल का जवाब दिए तेजी से आगे निकल गईं।
क्या है पूरा मामला?
मध्य प्रदेश के सतना जिले की रामपुर बाघेलान पुलिस ने गांजा तस्करी के खिलाफ अभियान में राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी के सगे भाई को गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी सोमवार सुबह की गई। पुलिस ने उन पर आरोप लगाए हैं कि उन्होंने धान की बोरियों में 46 किलो गांजा छिपाकर रखा था। इस गांजे को तस्करी के लिए ले जाया जा रहा था। पुलिस ने मंत्री के भाई अनिल बागरी और उसके साथी पंकज सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार, बरामद किए गए गांजे की कीमत करीब 9.22 लाख रुपये बताई जा रही है। दोनों आरोपियों को कोर्ट ने 12 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
मंत्री के जीजा पर भी हो चुकी है कार्रवाई
यह पहली बार नहीं है जब राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी के परिवार के किसी सदस्य का नाम गांजा तस्करी से जुड़ा हो। इससे पहले 3 दिसंबर को उनके जीजा शैलेन्द्र सिंह सोम को भी गांजा तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले भी वह कई बार जेल जा चुके हैं। इन दोनों मामलों ने मध्य प्रदेश के सियासी हलकों में हचलच बढ़ा दी है। विपक्ष और लोग सवाल उठा रहे हैं कि मंत्री के पावर में रहते हुए उनके परिवार पर कार्रवाई नहीं होगी और जांच प्रभावित होगी।

क्या बोले लोग?
मंत्री के परिवर के लोगों का गांजा तस्करी में नाम आने से लोग उनसे सवाल कर रहे हैं। हालांकि, मंत्री अपने जीजा की गिरफ्तारी के बाद जांच में सहयोग करने की बात कर चुकी हैं। लोगों ने मंत्री को मीडिया के सवालों का जवाब देने की राय दी। एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर लिखा कि मंत्री को मीडिया के सवालों का जवाब देना चाहिए था ताकि जनता को विश्वास हो सके की मामले की गंभीरता से जांच हो सके।
मीडिया को दी हिदायत
प्रतिमा बागरी के भाई का नाम सामने आने के बाद सोमवार शाम वह मीडिया के सवालों से भाग गईं लेकिन मंगलवार को उन्होंने मीडिया से बात की। मंगलवार सुबह मीडिया से बात करते हुए उन्होंने मीडियो को तथ्यों की जांच करने को कहा। उन्होंने कहा कि कानून और सरकार अपना काम करेगी। उन्होंने कहा, 'मेरा अनुरोध है कि आप पहले तथ्यों की पुष्टि कर लें इसके बाद ही हम इस मामले में कुछ कह पाएंगे। सरकार और कानून अपना काम करेगी। '