उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में मंगलवार शाम को एक बेहद दुखद सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक वाहन सुनी पुल (Suni Bridge) के पास खाई में गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस वाहन में सवार 13 यात्रियों में से 8 की मौके पर ही मौत हो गई और अन्य 5 लोग घायल हो गए। यह दुर्घटना मुवानी (Muwani) क्षेत्र में हुई, जो थाना थल (Thal) की क्षेत्र में आता है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यह हादसा सोमवार शाम लगभग 5:30 बजे घटित हुआ। हादसे के समय वाहन सवार लगभग 13 लोग मुवानी से होकर सुनी पुल की ओर जा रहे थे। करीब 13 यात्री सवार इस मैक्स पिकअप वाहन के संतुलन बिगड़ने से यह गहरी खाई में जा गिरा।
पिथौरागढ़ की पुलिस अधीक्षक (SP) रेखा यादव ने पुष्टि की कि 'सुनी पुल के पास मुवानी शहर के निकट 13 यात्रियों को ले जा रहा वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 8 लोगों की मौत हो गई। पुलिस कर्मी मौके पर पहुंच गए हैं और बचाव कार्य चल रहा है।' जानकारी के अनुसार, घायल यात्रियों में से चार की हालत स्थिर है, जबकि एक व्यक्ति की स्थिति गंभीर बनी हुई है। उसे पिथौरागढ़ जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है और यदि आवश्यक हुआ तो उसे उच्च चिकित्सा सुविधाओं वाले अस्पताल में स्थानांतरित किया जाएगा।
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फ्री इलाज के लिए सीएम का आदेश
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस दर्दनाक घटना पर गहरा दुःख व्यक्त किया। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों को सांत्वना देते हुए प्रदेश सरकार की ओर से सहायता का भरोसा दिया। साथ ही, मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन एवं आपदा राहत दल को घायल यात्रियों के राहत एवं इलाज कार्य को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया। उन्होंने इसके अलावा जिला अस्पताल में घायल लोगों को उचित एवं नि:शुल्क मेडिकल फेसिलिटी उपलब्ध कराने का भी आदेश दिया है।
जांच जारी है
पुलिस एवं प्रशासन द्वारा घटना के कारणों की जांच की जा रही है। प्रारंभिक तौर पर वाहन की स्पीड, सड़क की स्थिति, ब्रेक सिस्टम इत्यादि पहलुओं का अध्ययन किया जा रहा है। साथ ही इस बात की भी जांच की जा रही है कि क्या यात्रियों ने सीट बेल्ट इत्यादि बांधी थी या नहीं या अन्य किसी ट्रैफिक रूस का उल्लंघन तो नहीं किया। घायल यात्रियों को इलाज के दौरान दिए जा रहे स्वास्थ्य सुविधाओं को मुख्यमंत्री ने मॉनिटर करने के निर्देश जिला प्रशासन को दे रखे हैं।
स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर
जिला प्रशासन ने राहत कार्य के त्वरित निष्पादन के लिए डिस्पैच एडमिनिस्ट्रेशन और स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट पर रखा। आपदा प्रतिक्रिया दल को मौके पर भेजकर बचाव और शवों के जुलूस को समय पर सुरक्षित निकाला गया।
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यह हादसा उत्तराखंड में मौजूदा सड़क सुरक्षा चिंताओं पर एक बार फिर ध्यान केंद्रित करने के लिए चिन्हित हुआ है। हादसों की रोकथाम हेतु आवाश्यक है कि वाहन चालकों, यात्री सुरक्षा के लिए सीट बेल्ट, सीमित गति और वाहन भार अधिकता जैसी सावधानियों का पूरी तरह अनुपालन करें।