बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को कहा कि अगर उनकी पार्टी बिहार की सत्ता में आई तो वक्फ (संशोधन) विधेयक को कूड़ेदान में डाल दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि आरजेडी ने वक्फ विधेयक को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जद (यू) पर निशाना साधा।
पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने जेडीयू को लेकर दावा करते हुए कहा, 'वे यह साबित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं कि इस विधेयक से मुसलमानों को फायदा होगा, लेकिन इसमें उन्हें सफलता नहीं मिली है।' राष्ट्रीय जनता दल के नेता ने आरोप लगाया, 'देखिए किस तरह जेडीयू ने अपने मुस्लिम नेताओं को संवाददाता सम्मेलन करने के लिए मजबूर किया, लेकिन वे पूरी तरह असफल रहे।'
जेडीयू ने प्रेसवार्ता की
बता दें कि जेडीयू की प्रेसवार्ता में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अफाक अहमद खान, एमएलसी खालिद अनवर और गुलाम गौस के साथ में राज्यसभा के पूर्व सदस्य अशफाक करीम और कहकशां परवीन सहित अन्य नेता शामिल हुए थे। हालांकि, जेडीयू के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अफजल अंसारी और पार्टी प्रवक्ता अंजुम आरा द्वारा मुसलमानों के कल्याण के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कोशिशों को लेकर एक लिखित बयान पढ़े जाने के बाद किसी भी वरिष्ठ नेता ने प्रेसवार्ता को संबोधित नहीं किया।
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नीतीश कुमार पर तेजस्वी का हमला
प्रेसवार्ता खत्म होने के बाद जेडीयू के सभी मुस्लिम नेता नेता पत्रकारों के सवालों से बचते हुए तुरंत चले गए। जेडीयू की प्रेसवार्ता खत्म होने के कुछ ही मिनट बाद तेजस्वी यादव ने तंज कसते हुए कहा, 'ऐसा लगता है कि उनके (जेडीयू) कार्यालय में नीतीश कुमार की तस्वीरों की जगह जल्द ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीरें लगा दी जाएंगी। चुनाव खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री का क्या हश्र होगा, यह तो एक बच्चा भी जानता है।'
कूड़ेदान में फेंक देंगे विधेयक- तेजस्वी
राजद नेता ने कहा कि वक्फ (संशोधन) विधेयक का संसद के दोनों सदनों में पार्टी सांसदों द्वारा विरोध किया गया क्योंकि यह संविधान के अनुच्छेद 26 का उल्लंघन करता है जो धार्मिक स्वतंत्रता से संबंधित है। पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा, 'यह विधेयक बेरोजगारी जैसी ज्वलंत समस्याओं से लोगों का ध्यान हटाने और बीजेपी की ध्रुवीकरण की राजनीति में मदद करने के इरादे से लाया गया है। लेकिन हम इस विधेयक को बिहार में लागू नहीं होने देंगे। अगर राज्य में अगली सरकार हमारी बनी तो इस विधेयक को कूड़ेदान में फेंक दिया जाएगा।'
उन्होंने कहा कि हमने वक्फ विधेयक के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का भी रुख किया है। हमारा मानना है कि आज मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है और कल सिखों और ईसाइयों की बारी आ सकती है।