केरल के सबरीमाला मंदिर से चोरी हुए सोने की जांच कर रहे विशेष जांच दल (SIT) ने बुधवार को देवस्वोम बोर्ड के पूर्व प्रशासनिक अधिकारी श्रीकुमार को गिरफ्तार कर लिया। राज्य पुलिस ने बताया कि साल 2019 में, जब श्रीकुमार AO थे तब मंदिर को द्वारपालक देवताओं की मूर्तियों से सोने की परत निकाली गई थी।
केरल पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि श्रीकुमार को बुधवार को पूछताछ के लिए क्राइम ब्रांच ऑफिस में बुलाया गया था। उन्हें पूछताछ करने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया।
चौखट से गायब हुआ था सोना
इससे पहले केरल की एक कोर्ट ने 12 दिसंबर, 2025 को सबरीमाला के भगवान अय्यप्पा मंदिर के गर्भगृह के द्वार की चौखट से सोना गायब होने के मामले में टीडीबी के पूर्व अध्यक्ष ए. पद्मकुमार की जमानत याचिका खारिज कर दी थी।
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मामला क्या है?
दरअसल, पिछले महीने केरल हाई कोर्ट ने चोरी मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था। हाई कोर्ट का कहना है कि जुलाई 2019 में मंदिर का प्रबंधन करने वाले टीडीबी ने मुख्य आरोपी उन्नीकृष्णन पी. और सबरीमाला के एक पूर्व सहायक पुजारी को सोने की परत चढ़ाने के लिए मूर्तियों को बाहर ले जाने की अनुमति दी थी।
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इसमें बताया गया है कि जब दो महीने बाद मूर्तियों को वापय मंदिर में लाया गया तो उनका वजन नहीं तोला गया, लेकिन कोर्ट का कहना है कि बाद में जांच में सामने आया कि मूर्तियों का वजन लगभग 4.54 किलोग्राम गायब हो चुका है।