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'राष्ट्रपति शासन लगाकर बिहार कंट्रोल करेंगे PM मोदी', तेजस्वी का दावा

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग पर भाजपा को मदद पहुंचाने का आरोप लगाया। उनका दावा है कि मतदाता सूची से गरीबों के नाम काटे जा रहे हैं।

Tejashwi Yadav.

तेजस्वी यादव। ( Photo Credit: RJD)

बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता पुनरीक्षण का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग के साथ-साथ भाजपा और जेडीयू पर निशाना साधा। उन्होंने चुनाव आयोग पर मिलने का समय नहीं देने का आरोप लगााया। यह भी कहा कि चुनाव आयोग स्वतंत्र निकाय सिर्फ कहने का है, बाकी सभी भाजपा का गुणगान करते हैं। तेजस्वी का आरोप है कि आरएसएस और भाजपा के दफ्तरों में चुनाव का कार्यक्रम बनता है। मतदाता सूची और शेड्यूल भी वहीं तैयार होता है। चुनाव आयोग सिर्फ घोषणा करता है।

 

तेजस्वी यादव का कहना है कि भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है, लेकिन इनके पास कोई चेहरा नहीं है। अमित शाह ने स्पष्ट कर दिया है कि चुनाव तक ही इनको रखेंगे। अब जदयू भाजपा का प्रकोष्ठ बन गई है। तेजस्वी यादव ने साजिश का आरोप लगाया और कहा कि चुनाव आयोग, नीतीश कुमार और मोदी जी मिलकर बेईमानी कर रहे हैं। चुनाव आयोग के पास हमारे सवालों का कोई जवाब नहीं है। इस वजह से मिलने का समय नहीं दे रहे हैं। चुनाव आयोग का क्या फायदा है? चुनाव क्यों करवाए जा रहे हैं, ऐसे ही एक्सटेंशन दे दिया जाए। यह (चुनाव) सब दिखावटी है।

 

उन्होंने आगे पूछा, 'चुनाव आयुक्त मिस्टर इंडिया क्यों बने हैं? हमारी एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस का जवाब क्यों नहीं दिया। हमको लगता है कि यह लोग राष्ट्रपति शासन लागू करवाएंगे। आने वाले समय में यह बड़ी साजिश रची जा रही है। बिहार में मोदी जी राष्ट्रपति शासन लगवा करके सारी कमान अपने हाथ में ले लेंगे।'

 

 

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'संविधान की धज्जियां उड़ाने पर उतरा है चुनाव आयोग'

तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग पर समय न देने का आरोप लगाया और दावा किया कि चुनाव की अधिसूचना के दो दिन बाद से ही हम लोग चुनाव आयोग से समय मांग रहे हैं कि हमारे गठबंधन का एक प्रतिनिधिमंडल आपसे मिलना चाहता है। दुख की बात है कि जिस राज्य में चुनाव है, वहां का राजनीतिक दल कुछ शंकाओं को लेकर मिलना चाहता है, लेकिन चुनाव आयोग समय नहीं दे रहा है। यह अद्भुत है। ऐसा मैंने पहले नहीं देखा। ऐसा लग रहा है कि यह लोग लोकतंत्र को एकदम खत्म करने पर तुले हैं। चुनाव आयोग संविधान की धज्जियां उड़ाने पर उतारू है। 

 

चुनाव आयोग ने मेल का कोई रिप्लाई नहीं दिया: तेजस्वी

तेजस्वी यादव का कहना है, 'चुनाव आयोग से लगातार फोन पर बात हुई। इस पर कहा गया कि फोन पर नहीं, राष्ट्रीय अध्यक्ष पत्र लिखेंगे तो तब हम अनुमति देंगे। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने चिट्ठी लिखी और इसके बाद मेल भी किया गया। बाद में कहा गया कि पार्टी की आईडी से मेल भेजें। हमने उससे भी मेल भेज दिया। आज लालू जी ने एक चिट्ठी चुनाव आयोग को दोबारा लिखी है। मगर अभी तक आयोग से मेल का रिप्लाई तक नहीं आया है।'

 

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'चुनाव आयोग के पास कोई जवाब नहीं'

तेजस्वी यादव ने दावा किया कि अब सुनने में आ रहा है कि चुनाव आयोग सभी दलों से अलग-अलग मुलाकात करेगा। तेजस्वी ने सवाल किया कि अलग-अलग मिलने का क्या मतलब है? अगर हमारा गठबंधन हैं और हम एक साथ अपनी बात को रखना चाहते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग गरीबों का वोट काट रहा है और उसके पास कोई जवाब नहीं है। चोरी पकड़ने का दावा किया है।

तेजस्वी का आरोप- चुनाव आयोग पीछे से कर रहा मदद 

तेजस्वी यादव ने कहा, 'अब लगता है कि चुनाव आयोग मोदी जी और भाजपा का आयोग हो गया है। भाजपा और नीतीश कुमार चुप हैं। यह लोग वोटर लिस्ट से डरे हुए हैं और चुनाव हार रहे हैं। चुनाव आयोग इनकी पीछे से मदद कर रहा है। चुनाव हार रहे हैं, इसलिए पहले वोटर लिस्ट से गरीबों का नाम कटवाओ और अगर नाम कटा तो मोदी और नीतीश पेंशन खा जाएंगे। इसके बाद राशन खा जाएंगे। कुछ नहीं मिलेगा। लोकतंत्र और संविधान ने गरीबों को वोट का अधिकार दिया है। आप उससे भी वंचित करना चाहते हैं।' 

 

तेजस्वी यादव का कहना है कि बाढ़ का मौसम है और पटना में नदियों का जलस्तर बढ़ चुका है। कभी भी बाढ़ आ सकती है। अधिकारी बाढ़ बचाव में लगेंगे या वोटर की पर्ची खोजेंगे। तेजस्वी यादव ने दावा किया, 'सिर्फ बिहार में चुनाव है। एक जगह ढंग से चुनाव नहीं हो पाता, बेईमानी की जाती है और बात वन नेशन-वन इलेक्शन की जा रही है।'

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