उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में एक कथावाचक से जुड़े विवाद को लेकर सोशल मीडिया पर गलत और भड़काने वाली बातें फैलाने वालों के खिलाफ पुलिस ने सख्त कदम उठाया है। बीते 12 घंटे में पुलिस ने 11 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। ये गिरफ्तारियां जिले के अलग-अलग थानों में दर्ज 8 मामलों के आधार पर की गई हैं। पुलिस का कहना है कि कथावाचक वाले मामले के बाद कुछ लोग ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भड़काऊ वीडियो, कमेंट और रील डालकर माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे थे।
इटावा पुलिस की सोशल मीडिया निगरानी टीम ने इन गतिविधियों पर लगातार नजर रखी और आरोपियों की पहचान करके उनके खिलाफ डिजिटल और दूसरे सबूत जुटाए। यह कार्रवाई जिले के सैफई, इकदिल, लवेदी, बसरहर, बकेवर, कोतवाली, उसरहर और फ्रेंड्स कॉलोनी थाने के इलाकों में की गई। पुलिस ने जिन लोगों को पकड़ा है, उनमें शिवम, प्रिंस, कुणाल, विकास, पंकज, आशिक, अंशुल, रवि और नवनीत समेत कई और लोग शामिल हैं। इन सभी पर आईटी एक्ट की धारा 67ए के तहत केस दर्ज किया गया है।
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वायरल हो रही भड़काऊ पोस्ट पर नोटिस
इटावा के एसएसपी बृजेश सिंह श्रीवास्तव ने बताया कि सोशल मीडिया पर गलत और भड़काने वाली बातें फैलाकर माहौल खराब करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। यह कार्रवाई तब शुरू हुई जब पुलिस की साइबर सेल ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रही भड़काऊ और भ्रामक पोस्टों को नोटिस किया। बताया गया कि ये पोस्ट हाल ही में एक कथावाचक से जुड़े विवाद को लेकर फैलाए जा रहे थे।
एसएसपी श्रीवास्तव ने जिले के लोगों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर कोई भड़काऊ या विवादित पोस्ट न डालें। उन्होंने कहा कि अगर किसी को ऐसी कोई पोस्ट दिखे तो उसे फॉरवर्ड करने की बजाय तुरंत पुलिस को इसकी जानकारी दें। उन्होंने ये भी बताया कि कानून और शांति बनाए रखना पुलिस की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है, लेकिन इसमें लोगों की मदद भी बहुत जरूरी है। पुलिस ने सोशल मीडिया पर निगरानी और तेज कर दी है और आगे भी ऐसी गतिविधियों पर सख्त नजर रखी जाएगी।