उत्तर प्रदेश के कानपुर में बर्ड फ्लू का कहर जारी है। बर्ड फ्लू के कारण कई जानवरों की मौत हो गई है। कुछ दिन पहले ही कानपुर के चिड़ियाघर में बब्बर शेर 'पटौदी' की मौत हो गई थी। इससे पहले एक बाघिन की मौत भी हुई थी। अब कानपुर के ही चिड़ियाघर में एक शेर और मोर की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। बर्ड फ्लू के मामले बढ़ने के बाद 20 मई तक यूपी के सभी चिड़ियाघरों को बंद कर दिया गया है।
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, कुछ दिन पहले गोरखपुर के शहीद अशफाकुल्लाह खान जूलॉजिकल पार्क में एक बाघिन 'शक्ति' की मौत हो गई थी।
बताया जा रहा है कि कानपुर के जिस जू में 'पटौदी' नाम के बब्बर शेर की मौत हुई थी, उसे गोरखपुर के चिड़ियाघर से लाया गया था। गुजरात के जूनागढ़ के सक्करबाग जूलॉजिकल गार्डन में जन्मा पटौदी कुछ हफ्तों से बीमार था। अधिकारियों ने बताया कि उसके लिवर में गंभीर संक्रमण मिला था। इसके बाद उसे कानपुर लाया गया था।
यह भी पढ़ें-- लोन चाहिए तो शर्तें पूरी करो, IMF ने PAK पर लगाई 11 नई शर्तें
शेर और मोर की रिपोर्ट पॉजिटिव
अब कानपुर के चिड़ियाघरों में बर्ड फ्लू के मामले बढ़ते जा रहे हैं। कानपुर के एक चिड़ियाघर में एक शेर और एक मोर की बर्ड फ्लू की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
बर्ड फ्लू के मामले बढ़ने के बाद अब चिड़ियाघरों में कई सावधानियां बरती जा रही हैं। जानवरों को खाना-पानी अधिकारियों ने बताया कि जानवरों को जो खाना और पानी दिया जा रहा है, उसे 70 डिग्री सेल्सियस पर 30 मिनट तक उबाला जा रहा है। चिड़ियाघर के अधिकारियों का कहना है कि 70 डिग्री पर आधे घंटे तक खाना-पानी उबालने से वायरस मर जाता है।
चिड़ियाघर ने 90 से ज्यादा जानवरों के सैंपल जांच के लिए भेजे हैं। इसके अलावा, चिड़ियाघर के आसपास 1 किलोमीटर के दायरे को सील कर दिया गया है। साथ ही आसपास की पक्षियों की दुकानों पर भी नजर रखी जा रही है।
यह भी पढ़ें-- 150 वांटेड आतंकियों का 'अड्डा' है PAK, फिर भी IMF से कैसे मिल गया लोन?
20 मई तक बंद हुए सारे चिड़ियाघर
14 मई को बाघिन की मौत होने के बाद यूपी सरकार ने एहतियात के तौर पर सभी चिड़ियाघरों और सफारी पार्कों को अस्थायी रूप से 20 मई तक बंद करने का आदेश दे दिया था। इटावा लॉयन सफारी पार्क के डायरेक्टर अनिल कुमार पटेल ने बताया कि चिड़ियाघर के कर्मचारियों की भी जांच की जा रही है।
राज्य के वन मंत्री अरुण सक्सेना ने कहा, बर्ड फ्लू के मामले सामने आने के बाद चिड़ियाघरों को एक हफ्ते के लिए बंद कर दिया गया है। वायरस को फैलने से रोकने के लिए सभी चिड़ियाघरों में सैनिटाइजेशन भी किया जा रहा है।
यह भी पढ़ें-- बदला पूरा, PAK को सबक; ऑपरेशन सिंदूर से भारत को क्या मिला?
क्या है बर्ड फ्लू?
बर्ड फ्लू को एवियन इन्फ्लुएंजा भी कहते हैं, जो एक वायरल इन्फेक्शन है। ये पक्षियों से पक्षियों में फैलता है और ज्यादातर पक्षियों के लिए जानलेवा भी साबित होता है। यह वायरस भी आम वायरस की तरह ही फैलता है। अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (CDC) का कहना है कि संक्रमित पक्षी की लार, नाक से निकलने वाला लिक्विड या मल के जरिए वायरस फैल सकता है। ऐसे में जब दूसरा पक्षी इससे संपर्क में आता है, तो वो भी संक्रमित हो सकता है।