भारत की साइबर सुरक्षा एजेंसी CERT-In ने Google Chrome ब्राउजर में दो गंभीर सुरक्षा खामियों के बारे में चेतावनी जारी की है। ये खामियां खासकर डेस्कटॉप यूजर्स, जैसे मैक, पीसी और लैपटॉप पर असर डाल सकती है। इन खामियों का इस्तेमाल करके हैकर्स इस्तेमाल कर के डेटा और डिवाइस को खतरे में डालने के लिए कर सकते हैं। इसलिए Chrome ब्राउजर को तुरंत अपडेट करना जरूरी है।
क्या हैं ये सुरक्षा खामियां?
CERT-In ने बताया है कि Google Chrome में दो बड़े डिफेक्ट पाए गए हैं, जिन्हें CIVN-2025-0007 और CIVN-2025-0008 के नाम से पहचाना गया है। इन डिफेक्ट को 'क्रिटिकल' और 'हाई' श्रेणी में रखा गया है। इन खामियों का इस्तेमाल करके एक रिमोट हैकर यूजर्स के सिस्टम पर अपनी मर्जी का कोड चला सकता है। इससे सिस्टम में Denial of Service (DoS) जैसी स्थिति पैदा हो सकती है। इसके साथ हैकर यूजर्स का डेटा चुरा सकता है और सिक्योरिटी लेयर को दरकिनार कर सकता है।
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हैकर इन खामियों का कैसे कर सकते हैं इस्तेमाल?
हैकर इन खामियों का फायदा उठाने के लिए यूजर को एक खास रूप से डिजाइन की गई वेबसाइट पर ले जा सकता है। यूजर यदि वेबसाइट खोलता है, तो हैकर रिमोट कोड चला सकता है। इसके अलावा, यह स्थिति सिस्टम को धीमा या क्रैश कर सकती है। डेटा का दुरुपयोग करके व्यक्तिगत और गोपनीय जानकारी चोरी की जा सकती है।
CERT-In की सलाह
CERT-In ने इस्तेमालकर्ताओं से आग्रह किया है कि वे तुरंत Chrome ब्राउजर को नया वर्जन अपडेट करें। यह डिफेक्ट को दूर करने का कारगर तरीका है। Google ने सुरक्षा पैच जारी किए हैं, जिन्हें इंस्टॉल करना जरूरी है।
इस तरह करें Chrome को अपडेट
अपने डेस्कटॉप पर Chrome ब्राउज़र खोलें।
दाईं ओर तीन बिंदुओं (मेन्यू) पर क्लिक करें।
'Settings' विकल्प पर जाएं।
'About Chrome' पर क्लिक करें।
अपडेट यदि मौजूद है, तो इसे डाउनलोड और इंस्टॉल करें।
इसके बाद ब्राउजर को फिर से शुरू करें।
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सावधानी और बचाव के तरीके
क्रोम का इस्तेमाल करते समय अनजाने लिंक पर क्लिक करने से बचें, ये साइबर सिक्योरिटी के लिए खतरा हो सकते हैं।
सुरक्षा सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें: एंटीवायरस और फायरवॉल सक्रिय रखें।
ब्राउजर को नियमित रूप से अपडेट करें: पुराने वर्जन्स में खामियां ज्यादा होती हैं।
निजी जानकारी साझा करने में सावधानी बरतें: संवेदनशील डेटा को अनजान वेबसाइट पर न डालें। पहले उसके बारे में थोड़ी रिसर्च कर लें।