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2 अगस्त को 6 मिनट के लिए अंधेरा हो जाएगा? NASA से जान लीजिए सच

सोशल मीडिया पर 2 अगस्त को पूर्ण सूर्य ग्रहण के दावों का सच बताया है। दावे किए जा रहे हैं कि 2 अगस्त को 6 मिनट के लिए दिन में अंधेरा छा जाएगा।

solar eclipse

पूर्ण सूर्यग्रहण, Photo Credit- NASA

सोशल मीडिया पर एक दावा तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें कहा जा रहा है कि 2 अगस्त को सूर्य ग्रहण है। दावों के मुताबिक, इस दिन पूरी धरती पर 6 मिनट के लिए अंधेरा छा जाएगा। कुछ पोस्ट में यह भी दावा किया जा रहा है कि 2 अगस्त की घटना अगले 100 साल तक फिर नहीं होगी। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने इसे झूठ बताया है। नासा ने कहा कि इस साल 2 अगस्त को कोई सूर्य ग्रहण नहीं होगा।

 

NASA का कहना है कि 6 मिनट का पूर्ण सूर्य ग्रहण 2 अगस्त 2027 को है, तब 6 मिनट के लिए धरती पर अंधेरा छाएगा। नासा के मुताबिक, 2 साल बाद आने वाला पूर्ण सूर्य ग्रहण यूरोप, नॉर्थ अफ्रीका और मिडल ईस्ट में दिखाई पड़ेगा। इससे पहले 1991 में हुआ था, जब धरती के कुछ हिस्सों में 6 मिनट और 22 सेकेंड के लिए अंधेरा छा गया था और दिन में ही रात हो गई थी। 

 

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अगस्त 2027 में लगने वाले ग्रहण को सदी का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण बताया जा रहा है। यह धरती के लगभग 15 हजार किलोमीटर के इलाके में नजर आएगा और 11 देशों से गुजरेगा। इनमें जिब्राल्टर स्पेन, मोरक्को, अल्जीरिया, लीबिया, सूडान, सऊदी अरब, यमन और सोमालिया शामिल हैं। वहीं, अफ्रीका, यूरोप और दक्षिण एशिया में यह ग्रहण आंशिक तौर पर दिखाई देगा। वहीं, नॉर्थ अमेरिका और धरती के बाकी हिस्सों में ग्रहण का कोई असर नहीं होगा। नासा के मुताबिक इस साल 21 सितंबर को सूर्य ग्रहण लगेगा, जो आंशिक होगा।

सूर्य ग्रहण के पीछे का साइंस

जब भी पृथ्वी और सूर्य के बीच चंद्रमा आता है, तब सूर्य ग्रहण होता है। पृथ्वी सूर्य का चक्कर लगाती है। चंद्रमा पृथ्वी का चक्कर लगाते हुए पृथ्वी के साथ चलता है। इस प्रक्रिया में कई बार ये तीनों  एक सीधी लाइन में आ जाते हैं, इस दौरान चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच में आ जाता है। तब पृथ्वी के जिस हिस्से पर चंद्रमा की छाया पड़ती है, वहां सूर्य दिखना बंद हो जाता है। इस घटना को सूर्य ग्रहण कहते हैं।

 

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सूर्यग्रहण देखने में क्या सावधानी बरतें? 

आंख के रेटिना के अंदर पाई जाने वाली कोशिकाएं बेहद सेंसिटिव होती हैं। अगर ये सीधे सूर्य की किरणों के संपर्क में आ जाती हैं तो इनके खराब होने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है। सूर्य के छोटे से छोटा हिस्सा भी इतना इफेक्टिव होता है कि वह कुछ ही मिनटों में रेटिना को नुकसान पहुंचा सकता है। यह नुकसान कुछ समय के लिए भी हो सकता है और लंबे समय के लिए भी। ऐसे में सूर्यग्रहण को देखते समय सोलर चश्मे या दूरबीन का प्रयोग जरूर करना चाहिए।

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